केजरीवाल पूछते हैं भाजपा का दूल्हा, प्रवेश वर्मा ने दिल्ली को 'मां' बताकर दिया जवाब
नई दिल्ली सीट से बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने चुनाव से पहले जूते, साड़ी, कंबल और पैसे बांटने के आरोपों को खारिज कर दिया। वर्मा ने कहा कि ये आरोप अरविंद केजरीवाल ने हार के डर से लगाए हैं। वर्मा ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए 'दूल्हा' शब्द का इस्तेमाल करने के लिए भी आप पर हमला बोला।
नई दिल्ली सीट से बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने चुनाव से पहले जूते, साड़ी, कंबल और पैसे बांटने के आम आदमी पार्टी के आरोपों को खारिज कर दिया। वर्मा ने एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा को बताया कि ये सभी आरोप निराधार हैं। अपनी हार को देखते हुए केजरीवाल की घबराहट का नतीजा है। वर्मा ने कहा कि भाजपा दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। लोग केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी के झूठ और नाकामी से तंग आ चुके हैं।
नई दिल्ली में मतदाता सूची में हेरफेर करने के आप के आरोपों पर वर्मा ने कहा कि 2020 के पिछले विधानसभा चुनावों और इस साल के चुनावों के बीच लगभग 60,000 वोट हटा दिए गए हैं। मैं तो उस समय इस निर्वाचन में नहीं था। क्या ये वोट केजरीवाल ने हटाए थे?
भाजपा नेता ने कहा कि केजरीवाल हैरान हैं क्योंकि नई दिल्ली सीट से उन्हें अपनी हार स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। इसीलिए वह उनके खिलाफ आरोप लगा रहे हैं और हर दिन झूठ फैला रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि 8 फरवरी को नतीजे घोषित होने पर केजरीवाल अपनी जमानत खो देंगे और तीसरे स्थान पर खिसक जाएंगे। कांग्रेस के संदीप दीक्षित दूसरे स्थान पर रहेंगे।
वर्मा ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए 'दूल्हा' शब्द का इस्तेमाल करने और भगवा पार्टी से उसके मुख्यमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछने के लिए आप और केजरीवाल पर भी हमला बोला। आम आदमी पार्टी चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं होने के कारण इसे 'बिन दूल्हे की बारात' कहकर भाजपा का मजाक उड़ा रही है।
वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए 'दूल्हा' शब्द का इस्तेमाल करना बेतुका है, क्योंकि हम दिल्ली को अपनी मां मानते हैं। इसके लिए 'दिल्ली का दूल्हा' होने का दावा करना अपमानजनक है। भाजपा नेता ने कहा कि आबकारी नीति मामले में जमानत की शर्त के कारण केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री नहीं बन सकते। इसलिए उन्हें लोगों को बताना चाहिए कि आप का सीएम चेहरा कौन है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला 5 फरवरी को चुनाव में जीत के बाद करेगी। हालांकि, वर्मा ने कहा कि अगर जिम्मेदारी उन पर आती है तो वह वहन करने के लिए तैयार हैं। पश्चिम दिल्ली से दो बार के पूर्व सांसद ने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री का फैसला पार्टी के संसदीय बोर्ड और विधायकों द्वारा किया जाएगा। निश्चित रूप से अगर पार्टी मुझ पर भरोसा दिखाती है, तो मैं इसके लिए तैयार हूं।
वर्मा ने कहा कि दिल्ली में सरकार बनाने के बाद भाजपा की प्राथमिकताएं महिलाओं के लिए लाडली योजना लाना, दिल्ली सरकार में लंबित रिक्तियों पर भर्ती में तेजी लाकर युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित करना, लंबित वृद्धावस्था और विधवा पेंशन जारी करना, ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना होगा। आवासीय कॉलोनियां, यमुना की सफाई और 15,000 बसों की व्यवस्था करके सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करना होगा।
उन्होंने कहा कि शहर में महिलाओं को हर महीने 2,100 रुपए देने के लिए आप द्वारा घोषित महिला सम्मान योजना का दिल्ली चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वर्मा ने कहा कि नई दिल्ली में महिलाएं कह रही हैं कि आप ने पंजाब में पैसा देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा करने में विफल रही। जब दिल्ली सरकार घाटे में चल रही है तो वे दिल्ली में महिला सम्मान योजना कैसे लागू करेंगे?
भाजपा नेता ने कहा कि नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के लिए उनकी प्राथमिकताओं में एनडीएमसी के मस्टर रोल और तदर्थ कर्मचारियों को नियमित करना, युवाओं के लिए रोजगार की व्यवस्था करना और झुग्गीवासियों को स्थायी घर उपलब्ध कराना शामिल है।