दिल्ली-NCR में शीतलहर का सितम, पांच डिग्री से नीचे आया तापमान; 16 जनवरी तक का हाल
Delhi Weather: दिल्ली में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। जनवरी महीने में पहली बार न्यूनतम पारा पांच डिग्री से नीचे आया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन तक सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिलेगा।
Delhi Weather: दिल्ली में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। जनवरी महीने में पहली बार न्यूनतम पारा पांच डिग्री से नीचे आया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिन तक सुबह के समय हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। राजधानी में पिछले चार-पांच दिनों से आसमान में निचली सतह के बादल बने हुए थे। इससे दिन में सूरज नहीं निकल रहा था और अधिकतम तापमान लगातार नीचे बना हुआ था। दिन में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा था।
हालांकि, अब आसमान साफ हो गया है और इसके साथ ही गलन भरी हवाएं भी चल रही हैं। इसके चलते न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है, जो सामान्य से 2.1 डिग्री कम है। इस साल में यह पहली बार है जब पारा पांच डिग्री से नीचे आया है। जाड़े के इस सीजन में 16 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद अब जाकर न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से नीचे आया है।
अगले सात दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, शुक्रवार को आसमान में बादलों का डेरा रहेगा। शनिवार को मौसम साफ रहेगा। रविवार को मौसम पलटेगा और दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश की संभावना है। सोमवार को भी हल्की बारिश हो सकती है। मंगलवार और बुधवार को आसमान साफ रहेगा। गुरुवार को एक बार फिर बादलों की आवाजाही रह सकती है।
ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू
राजधानी में प्रदूषण बढ़ने के साथ ही ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। इसके साथ ही दिल्ली में खासतौर निजी निर्माण और ध्वस्तीकरण कार्यों पर रोक लग जाएगी। बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों पर भी दिल्ली-एनसीआर में पाबंदी लग जाएगी। वहीं, पांचवीं तक की कक्षाएं हाईब्रिड मोड में चलाई जाएंगी।
केन्द्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से गठित ग्रैप समिति की बैठक गुरुवार को आयोजित की गई। इसमें दिल्ली की वायु गुणवत्ता की स्थिति की समीक्षा की गई। इसमें कहा गया कि एक दिन पहले वायु गुणवत्ता सूचकांक 297 अंक पर था, लेकिन गुरुवार शाम चार बजे सूचकांक 357 अंक पर पहुंच गया। स्थिति को और बिगड़ने से बचाने के लिए ग्रैप-3 के प्रावधानों को लागू करने का निर्णय लिया गया।