पूजा स्थलों के लिए बड़ा ऐलान कर सकती है भाजपा; केजरीवाल के 18 हजार वाले वादे की काट
आम आदमी पार्टी ने हाल ही में मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों के लिए 'पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना' के तहत 18 हजार रुपये मासिक मानदेय देने की घोषणा की है। अब BJP इसकी काट के लिए बड़ा ऐलान कर सकती है।
दिल्ली चुनाव अभियान भगवामय हो गया है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और विपक्षी भाजपा के बीच पुजारियों का सबसे बड़ा हितैषी बनने की होड़ लगी है। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी ने हाल ही में मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों के लिए 'पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना' के तहत 18 हजार रुपये मासिक मानदेय देने की घोषणा की है। AAP ने वादा किया है कि यदि वह दिल्ली की सत्ता में लौटती है तो वह इस योजना को लागू करेगी।
वहीं, भाजपा मंदिरों और गुरुद्वारों समेत पूजा स्थलों को हर महीने 500 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा कर सकती है। दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे पर गरीब और हाशिए पर पड़े हिंदू समुदाय के लोगों को धोखा देने और अवैध प्रवासियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। हाल ही में जेएलएन स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने झुग्गीवासियों से सरकार को बदलकर दिल्ली का मुक्तिदाता बनने की अपील की।
यही नहीं भाजपा ने AAP पर वाल्मीकि मंदिर क्षेत्र में 44 मतदाताओं के नाम हटाने के लिए शिकायत देने और केजरीवाल पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है। 14 जनवरी को नई दिल्ली सीट से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भाजपा के प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग केजरीवाल की शिकायत पर ही वाल्मीकि मंदिर क्षेत्र में मतदाताओं की जांच कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आयोग मस्जिदों और दरगाहों के बारे में कुछ नहीं कर रहा है।
इस चुनाव में भगवा लहर का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केजरीवाल जो खुद को हनुमान भक्त कहते हैं, उन्होंने वाल्मीकि मंदिर और प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजापाठ के बाद नई दिल्ली सीट से अपना पर्चा दाखिल किया। वहीं मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी मंदिर और इलाके के एक गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद अपना नामांकन जुलूस शुरू किया। मनीष सिसोदिया जम्मू में वैष्णो देवी समेत कई प्रमुख मंदिरों के दर्शन करने गए।