'अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो एक बात तो तय है...' बांसुरी स्वराज ने बताया क्या होगा?
- बांसुरी ने कहा कि यह दोहरी मार इसलिए है कि डिस्कॉम्स को जो पैसा दिल्ली सरकार को देना था, यानी जो दिल्ली की जनता का जो पैसा है, वो 26,000 करोड़ रुपए दिल्ली सरकार ने उसको रिकवर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
भारतीय जनता पार्टी की सांसद बांसुरी स्वराज ने गुरुवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि अगर फिर से इनकी सरकार बन गई तो एक बात तो तय है कि दिल्ली की जनता को भारी भरकम बिजली बिलों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने AAP सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इनकी लापरवाही की वजह से दिल्ली की जनता पर दोहरी मार पड़ी है और जनता पर 21 हजार करोड़ रुपए का कर्ज का बोझ लाद दिया गया है। बांसुरी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से पूछा कि दिल्ली की जनता के साथ कब तक ऐसा विश्वासघात होता रहेगा?
मीडिया से बात करते हुए भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा, 'ये बात तो निश्चित है कि अगर चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार चुनकर आ गई, तो दिल्ली की जनता को बहुत ज्यादा बड़े और भारी बिजली के बिलों का सामना करना पड़ सकता है। आम आदमी पार्टी की लापरवाही के कारण दिल्ली में दोहरी मार पड़ी है। एक तरफ तो इन्होंने रेगुलेटरी एसेट्स की अनुमति दे दी...'
इसके बाद बांसुरी कहती हैं, 'ये है टैरिफ पॉलिसी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार यानी दिल्ली सरकार के लिए यह एक बाध्यकारी डॉक्यूमेंट है। इसकी धारा 8.2.2 कहता है कि रेगुलेटरी एसेट्स की जो परमिशन है वह बहुत ही रेयर केस में देनी चाहिए। जैसे कि अगर किसी प्रकार की कोई प्राकृतिक आपदा आ जाए।
भाजपा सांसद ने आगे कहा, ‘पिछले 10 सालों में ऐसा क्या था कि दिल्ली सरकार ने रेगुलेटरी एसेट्स लगाने की अनुमति दी। इसके साथ ही ये क्लॉज ये भी कहता है कि आपको इसकी रिकवरी 7 वर्ष के अंदर-अंदर करनी है। लेकिन दिल्ली सरकार ने रेगुलेटरी एसेट्स की रिकवरी के लिए कोई कदम नहीं उठाए और इसके कारण दिल्ली की जनता पर 21,000 करोड़ रुपए का कर्ज लाद दिया है।’
आगे बांसुरी ने कहा, 'उस पर दोहरी मार इसलिए है कि डिस्कॉम्स को जो पैसा दिल्ली सरकार को देना था, यानी जो दिल्ली की जनता का जो पैसा है, वो 26,000 करोड़ रुपए दिल्ली सरकार ने उसको रिकवर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। मैं पूछना चाहती हूं माननीय मुख्यमंत्री आतिशी जी से और माननीय केजरीवाल जी से, कि आप कब तक दिल्ली की जनता के साथ इसी तरह विश्वासघात करते रहेंगे। आपको दिल्ली में सत्ता भोगने का कोई अधिकार नहीं है। दिल्ली की जनता अब बहाने नहीं बदलाव चाहती है, आम आदमी पार्टी का प्रचार नहीं परिणाम चाहती है।'