ऑपरेशन सिंदूर के बाद 'गद्दारों' की पहचान, कैसे पाकिस्तान की मदद कर रहा था नूंह का अरमान
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पड़ोसी मुल्क के साथ तनाव के बीच देश में छिपे कई पाकिस्तानी जासूस दबोचे गए हैं। दिल्ली से सटे हरियाणा के नूंह में पुलिस ने 23 साल के अरमान को गिरफ्तार किया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पड़ोसी मुल्क के साथ तनाव के बीच देश में छिपे कई पाकिस्तानी जासूस दबोचे गए हैं। दिल्ली से सटे हरियाणा के नूंह में पुलिस ने 23 साल के अरमान को गिरफ्तार किया है। राजाका गांव का अरमान पाकिस्तानी ऑपरेटिव्स को कथित तौर पर सिम कार्ड उपलब्ध कराता था। पुलिस ने उससे एक मोबाइल फोन जब्त किया है और छह दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वह 2023 से पाकिस्तानी ऑपरेटिव के संपर्क में था।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अरमान दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन (पीएचसी) के एक स्टाफ अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में था, जो हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के भी संपर्क में था। ज्योति को भी पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अरमान ने एक डिफेंस एक्सपो की तस्वीरें दानिश को भेजी थीं। वह पाकिस्तानी एजेंट्स को भी सूचनाएं देता था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'अरमान के पिता जामील की दो चाचियां पाकिस्तान में रहती हैं। वह छह महीने पहले पाकिस्तान गया था और उनके साथ रहा। अरमान की शादी 2021 में हुई थी और उसके दो बच्चे हैं। वह छह भाइयों में एक है।'
उन्होंने कहा, 'अरमान का बड़ा भाई अल्ताफ गांव का सरपंच था और पिछले कार्यकाल में उसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (MGNREGA) में भ्रष्टाचार में लिप्त होने की वजह से सस्पेंड कर दिया गया था।'
अरमान को शनिवार को एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसे छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। अरमान के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स ऐक्ट 1923 की धारा 3 और 5 के अलावा भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 के तहत केस दर्ज किया गया है।