राम मंदिर और कुंभ पर हमले का मंसूबा रखने वाला अब्दुल एक वीडियो की वजह से पकड़ा गया
फरीदाबाद के पाली में बांस रोड से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी वीडियो शेयर करने के बाद गुजरात एटीएस के संज्ञान में आया।

फरीदाबाद के पाली में बांस रोड से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी वीडियो शेयर करने के बाद गुजरात एटीएस के संज्ञान में आया। उसने अपने किसी जानकार को विदेश से आए भड़काऊ और कट्टरपंथी वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। अब्दुल को अयोध्या के राम मंदिर और कुंभ में हमले के लिए तैयार किया गया था।
इसके बाद गुजरात एटीएस उसके किसी जानकार के इनुपट पर पलवल एसटीएफ की मदद से उसे काबू किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को भी लगातार सातवें दिन राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी के अलावा पलवल एसटीएफ की टीम की अब्दुल रहमान से पूछताछ की। इस दौरान फरीदाबाद किसके कहने पर वह पहुंचा, इस बाबत पूछताछ की गई। साथ ही फरीदाबाद या आसपास सक्रिय हैंडलर की जानकारी जुटाई गई।
इस तरह हुआ खुलासा
सूत्रों की मानें तो आरोपी ने फरवरी माह में इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) द्वारा भेजे एक वीडियो को सोशल मीडिया पर किसी को शेयर किया था। वह वीडियो कट्टरपंथी था। सोशल मीडिया पर नजर रख रही एटीएस की टीम वीडियो की जानकारी मिलते ही सतर्क हो गई। इसके बाद टीम की ओर से जानकारी जुटाई गई तो अब्दुल रहमान का लोकेशन फरीदाबाद में मिला। इसके बाद 28 फरवरी को एटीएस गुजरात की टीम ने पलवल एसटीएफ को जानकारी दी और दो मार्च को दूसरी जानकारी पर अब्दुल रहमान को दो जिंदा हैंड ग्रेनेड और डोटेनेटर के साथ पाली के बांस रोड से गिरफ्तार किया गया। अब संदिग्ध आतंकी से मामले की पूछताछ की जा रही है।
एजेंसी मोबाइल फोन की जानकारी जुटा रही
पाली में किसने संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को दो हैंड ग्रेनेड मुहैया कराया। उसकी तलाश जारी है। सूत्रों की मानें तो इस बाबत राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी अब्दुल रहमान के मददगार की तलाश के लिए पाली व आसपास के क्षेत्रों में दो मार्च तक एक्टिव मोबाइल फोन व सिम नंबर की तलाश कर रही है। इस बाबत टेलीकॉम कंपनी से मदद ली जा रही है। बताया जा रहा है कि इससे टीम को मामले को खुलासा करने में मदद मिलेगी।