8वें विधायक का भी इस्तीफा, वोटिंग से पहले AAP में तो भगदड़ मच गई; अब तक की सबसे बड़ी टूट
आम आदमी पार्टी (आप) को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा। एक साथ पार्टी के 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। टिकट कटने से नाराज इन विधायकों ने अपने पद और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोटिंग से पांच दिन पहले आम आदमी पार्टी (आप) में भगदड़ मच गई है। एक साथ पार्टी के 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इन सभी विधायकों की जगह पार्टी ने दूसरे उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा था, जिसको लेकर इनमें असंतोष पनप रहा था। शाम को जहां एक के बाद एक सात विधायकों ने आप से इस्तीफा दे दिया तो रात करीब 10 बजे मादीपुर सीट से विधायक और दलित नेता गिरीश सोनी ने भी अरविंद केजरीवाल की पार्टी से नाता तोड़ लिया। एक साथ आए इतने इस्तीफों को आम आदमी पार्टी में अब तक की सबसे बड़ी टूट बताया जा रहा है।
इन विधायकों के इस्तीफे को आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। भले ही पार्टी ने इन विधायकों का टिकट काट दिया था, लेकिन ये लंबे समय से पार्टी से जुड़े हुए थे। साथ छोड़ने वाले नेताओं में कई एक से अधिक बार के विधायक थे और क्षेत्र में एक जनाधार रखते हैं। मौजूदा विधायक होने की वजह से बड़ी संख्या में लोग उनके संपर्क में है और ऐसे में उनके इस्तीफे से नजदीकी मुकाबले वाले इस चुनाव में खेल और रोचक हो गया है। आम आदमी पार्टी ने पांच फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए अपने 16 मौजूदा विधायकों की जगह नए चेहरे उतारे हैं।
राखी बिड़लान के लिए भी बढ़ीं मुश्किलें
मंगोलपुरी से विधायक बनती रहीं राखी बिड़लान को पार्टी ने इस बार मादीपुर से उम्मीदवार बनाया है। गिरीश सोनी को हटाकर पार्टी ने बिड़लान को टिकट दिया है। लेकिन अब सोनी के इस्तीफे ने राखी बिड़लान के लिए चुनौती बढ़ा दी है। लाइव हिन्दुस्तान से फोन पर बातचीत में सोनी ने कहा कि राखी बिड़लान को उम्मीदवार बनाए जाने से पहले उनसे किसी तरह की कोई बात नहीं की गई। अचानक दूसरी सीट से लाकर उम्मीदवार की घोषणा कर दी गई। उन्होंने कहा कि इसके लिए स्थानीय नेताओं से बात नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पार्टी अब अपने रास्ते से भटक चुकी है और इसलिए अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
अब तक किस-किसने छोड़ा साथ
कस्तूरबा नगर से मौजूदा विधायक मदन लाल ने शुक्रवार को विधायकी और आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया। पालम सीट से विधायक भावना गौड़ ने भी आप को झटका दिया है। महरौली से विधायक रहे नरेश यादव ने भी वही राह चुनी। नरेश यादव को पार्टी ने पहले टिकट दिया था लेकिन कुरान से जुड़े विवाद के तूल पकड़ने के बाद पार्टी ने उनसे टिकट छीन लिया था। त्रिलोकपुरी से विधायक रोहित मेहरौलिया, आदर्श नगर से पवन शर्मा, बिजवासन से विधायक बी एस जून और जनकपुरी से विधायक राजेश ऋषि ने भी आप से इस्तीफा दे दिया है।
विधायकों के इस्तीफे पर क्या बोली AAP
इस्तीफा देने वाले विधायकों की आलोचना करते हुए आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे से पता चला है कि ये सभी अपने-अपने क्षेत्रों में जनता के लिए उपलब्ध नहीं थे और इसीलिए उन्हें चुनाव में टिकट नहीं दिया गया। गुप्ता ने कहा, ‘हमने सर्वे के नतीजों के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया। टिकट नहीं मिलने के बाद अब वे दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे हैं, यह कोई बड़ी बात नहीं है। यह राजनीति का हिस्सा है।’