नई दिल्ली में सबसे अधिक तो कस्तूरबा नगर में सबसे नामांकन, दिल्ली में 981 उम्मीदवारों ने भरे 1521 पर्चे
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सभी 70 सीटों पर इस बार कुल 1521 नामांकन दाखिल किए गए हैं। नई दिल्ली सीट पर सबसे अधिक 40 और कस्तूरबा नगर सीट पर सबसे कम महज 9 पर्चे भरे गए हैं। दिल्ली में आगामी 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे, जबकि वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सभी 70 सीटों पर इस बार कुल 1521 नामांकन दाखिल किए गए हैं। नई दिल्ली सीट पर सबसे अधिक 40 और कस्तूरबा नगर सीट पर सबसे कम महज 9 पर्चे भरे गए हैं। दिल्ली में आगामी 5 फरवरी को वोट डाले जाएंगे, जबकि वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने बताया कि दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों के लिए 981 उम्मीदवारों ने ये नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। आज इन सभी नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 20 जनवरी है।
दो सीएम के बेटों से केजरीवाल का मुकाबला
चुनाव आयोग (ईसी) के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी को कुल 680 नामांकन पत्र दाखिल किए गए। ईसी के अनुसार, नई दिल्ली विधानसभा सीट पर सबसे अधिक नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं और इस सीट के लिए कुल 29 उम्मीदवारों ने 40 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। नई दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का मुकाबला दिल्ली के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के बेटों से है। भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित शीला दीक्षित के बेटे हैं।
इस बीच, कस्तूरबा नगर विधानसभा सीट पर सबसे कम नामांकन पत्र दाखिल किए गए हैं, जहां कुल 6 उम्मीदवारों ने कुल 9 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। ‘आप’ ने इस सीट से रमेश पहलवान, भाजपा ने नीरज बसोया और कांग्रेस ने अभिषेक दत्त को मैदान में उतारा है।
वहीं, कालकाजी सीट से कुल 18 उम्मीदवारों ने 28 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं, जहां से मौजूदा सीएम आतिशी भाजपा के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं।
पटपड़गंज सीट के लिए 20 नामांकन पत्र दाखिल
सत्तारूढ़ ‘आप’ ने पटपड़गंज सीट से प्रसिद्ध शिक्षक अवध ओझा को मैदान में उतारा है, जहां 11 उम्मीदवारों ने 20 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
गौरतलब है कि पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया 2013 से पटपड़गंज सीट से चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन इस बार वह जंगपुरा विधानसभा से चुनाव लड़ रहे हैं। जंगपुरा में 12 उम्मीदवारों ने 19 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
चुनाव आयोग के अनुसार, मध्य दिल्ली में 99 उम्मीदवारों ने कुल 154 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं, जबकि पूर्वी दिल्ली में 79 उम्मीदवारों ने कुल 119 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
नई दिल्ली का हिस्सा जिसमें पटेल नगर, दिल्ली कैंट, राजेंद्र नगर, नई दिल्ली, आरके पुरम और ग्रेटर कैलाश जैसे निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं, वहां से 85 उम्मीदवारों ने कुल 135 नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
उत्तरी दिल्ली में 108 उम्मीदवारों ने 183 नामांकन दाखिल किए हैं, जबकि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 80 उम्मीदवारों ने 116 नामांकन दाखिल किए हैं।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से 90 उम्मीदवारों ने 139 नामांकन दाखिल किए हैं, जबकि राष्ट्रीय राजधानी के शाहदरा क्षेत्र से 78 उम्मीदवारों ने 124 नामांकन दाखिल किए हैं।
मालवीय नगर, महरौली, छतरपुर, देवली और अंबेडकर नगर निर्वाचन क्षेत्रों वाली दक्षिण दिल्ली में 57 उम्मीदवारों से कुल 88 नामांकन प्राप्त हुए हैं।
दक्षिण पूर्वी दिल्ली में 93 उम्मीदवारों से 140 नामांकन प्राप्त हुए, जबकि दक्षिण पश्चिमी दिल्ली में 108 उम्मीदवारों से 153 नामांकन प्राप्त हुए।
नांगलोई जाट, मोती नगर, मादीपुर, राजौरी गार्डन, हरि नगर, तिलक नगर और जनकपुरी निर्वाचन क्षेत्रों वाली पश्चिमी दिल्ली में 104 सीटों से कुल 170 नामांकन प्राप्त हुए।
दिल्ली चुनाव से इंडिया गठबंधन में दिखी दरार
जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, दिल्ली में चुनावी जंग भी तेज हो गई है, तीनों पार्टियां - आप, भाजपा और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं। वहीं, इस विधानसभा में इंडिया गठबंधन के भीतर दरार देखी जा रही है क्योंकि ‘आप’ और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं।
हाल ही में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पूर्व सीएम और ‘आप’ के मुखिया अरविंद केजरीवाल से पूछा है कि उन्होंने दिल्ली में महंगाई से निपटने और गरीबों की मदद के लिए क्या किया है, जबकि केजरीवाल ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव कांग्रेस और भाजपा के बीच लंबे समय से चली आ रही “जुगलबंदी” को उजागर कर देंगे। हालांकि, भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए इन विधानसभा चुनावों में एकजुट दिख रहा है क्योंकि भाजपा ने 70 में से 68 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें बुराड़ी की सीट जेडीयू के शैलेंद्र कुमार और देवली सीट एलजेजी (आरवी) के लिए छोड़ी गई हैं।
दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा है और वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही है। इसके विपरीत, ‘आप’ ने 2020 के विधानसभा चुनावों में 70 में से 62 सीटें जीतकर अपना दबदबा बनाया, जबकि भाजपा को केवल आठ सीटें मिली थीं।