कौन हैं रामकथा सुनाने वाले सांसद प्रताप सारंगी, राहुल गांधी पर धक्का देने का लगा रहे आरोप
- Who is MP Pratap Sarangi: लोकसभा में विरोध प्रदर्शन के दौरान भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी घायल हो गए। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने दूसरे सांसद को धक्का दिया, जिससे वह उनके ऊपर गिरा और उन्हें चोट लग गई। दोनों घायल सांसद फिलहाल आरएमएल अस्पताल में भर्ती हैं।
संसद में भाजपा और कांग्रेस सांसदों के बीच में हुई धक्का-मुक्की का मामला तूल पकड़ने लगा है। भाजपा सांसदों की तरफ से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर आरोप लगाया गया है कि राहुल ने धक्का देते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। इस पर कांग्रेसी नेताओं ने भी भाजपा सांसदों पर धक्का-मु्क्की करने का आरोप लगाया। इस पूरे घटनाक्रम में भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए। सारंगी के सिर में एक गहरी चोट लगी।
भाजपा के दो सांसदों प्रताप चंद्र सारंगी और मुकेश राजपूत को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। दोनों फिलहाल आईसीयू में भर्ती है। डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर अपना ध्यान बनाए हुए है। अस्पताल के प्रवक्ता अजय शुक्ला ने कहा कि दोनों की जांच की जा रही है। सांसद प्रताप चंद्र सारंगी के सिर पर गहरी चोट है, यहां आने तक उनका काफी खून बह चुका था। अभी डॉक्टरों ने उनके घावों पर टांके लगा दिए हैं। वहीं एक और सांसद मुकेश राजपूत को भी सिर में चोट और हाई ब्लड प्रेशर की वजह से लाया गया था उनकी जांच जारी है।
कौन हैं प्रताप चंद्र सारंगी
भाजपा नेता प्रताप चंद्र सारंगी ओडिशा की बालासोर सीट से सांसद है। ओडिशा में भाजपा के प्रमुख नेताओं में से एक हैं। राजनीति में आने से पहले सारंगी ने नीलगिरि कॉलेज में हेड क्लर्क के रूप में काम किया है। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के जिला स्तरीय स्वयं सेवक के रूप में उन्होंने क्षेत्र में अपनी पहचान बनानी शुरू की। इसके अलावा उन्होंने बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के लिए भी काम किया। अपने शुरूआती जीवन से ही सारंगी साधु बनने के लिए प्रयासरत थे। इसके लिए वह रामकृष्ण आश्रम भी गए लेकिन उन्हें वहां से यह कहकर लौटा दिया गया कि जब तक उनकी मां जिंदा है उन्हें उनकी सेवा करनी चाहिए। इसके बाद सारंग अपने स्तर पर ही गांव-गांव घूम कर लोगों को रामायण और राम कथा सुनाने लगे। आसपास के क्षेत्र में लोगों का प्यार ऐसा बढ़ा कि लोग उन्हें प्यार से ‘नाना’ कहकर बुलाने लगे।
संघ के स्वयंसेवक के रूप में काम करने के साथ-साथ सारंग की राजनीतिक यात्रा भी शुरू हो गई। 2004 और 2009 में सारंग दो ओडिशा में नीलगिरी विधानसभा से चुनाव जीते। 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही भाजपा के उम्मीदवार के रूप में उन्होंने बालासोर से लोकसभा का चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि इसी सीट ने उन्होंने 2019 में जीत दर्ज की और संसद पहुंचे। 2024 में भाजपा ने उन पर भरोसा जताया और उन्होंने पार्टी के भरोसे पर खरा उतरते हुए शानदार जीत दर्ज की।
संसद पहुंचे सारंग को उनके पहले कार्यकाल के दौरान ही राज्यमंत्री बनाया गया। उनके राज्यमंत्री बनाए जाते ही लोगों के बीच में यह बातचीत तेज हो गई की सरकार में एक मंत्री ऐसा है, जो कि बिल्कुल सादा जीवन जीता है और साईकिल से चलता है।
इस पूरे मामले में फिलहाल राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेसी सांसदों की तरफ से भी भाजपा सांसदों के ऊपर राहुल गांधी को धक्का देने का आरोप लगाया गया है। वहीं प्रियंका गांधी ने कहा की भाजपा अमित शाह के बयान से देश की जनता का ध्यान हटाना चाहती है इसलिए इस मामले को तूल दे रही है।