कौन है भारत से गया ब्रिटेन की सेना का जवान, जो पंजाब के पुलिस थानों में करा रहा धमाके
- पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने लिखा, 'इस मॉड्यूल का नियंत्रण रंजीत सिंह नीता करता है, जो खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का मुखिया है। इसका संचालन जसविंदर सिंह मन्नू करता है, जो ग्रीस में रहता है और अगवान गांव का रहने वाला है।'
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में सोमवार को पुलिस से एनकाउंटर में तीन खालिस्तानी आतंकी मारे गए थे। ये लोग खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स नाम के उग्रवादी संगठन से जुड़े थे और रंजीत सिंह नीता मॉड्यूल का हिस्सा थे। यही नहीं इसकी शुरुआती जांच के बाद पंजाब पुलिस ने जो दावे किए हैं, वे चौंकाने वाले हैं। पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने सोमवार को यूपी पुलिस को संयुक्त ऑपरेशन में सहयोग करने के लिए धन्यवाद देते हुए बताया कि इस पूरे मॉड्यूल में एक खतरनाक शख्स जगजीत सिंह भी है, जो ब्रिटेन की सेना का जवान है। गौरव यादव ने लिखा, 'इस मॉड्यूल का नियंत्रण रंजीत सिंह नीता करता है, जो खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का मुखिया है। इसका संचालन जसविंदर सिंह मन्नू करता है, जो ग्रीस में रहता है और अगवान गांव का रहने वाला है।'
इसका नियंत्रण जगजीत सिंह भी करता है, जो यूके में स्थित है और ब्रिटिश सेना का जवान है। वह अपनी खालिस्तानी संगठन में अपना नाम फतेह सिंह बग्गी बताता है। पंजाब पुलिस के ही सीनियर अफसरों का कहना है कि यह फतेह सिंह बग्गी भारत से ही 10 साल पहले गया था और स्टूडेंट वीजा पर उसने ब्रिटेन में एंट्री ली थी। उसका परिवार पंजाब के तरणतारण जिले का रहने वाला है। उसके दादा, पिता और भाई समेत फैमिली के कई लोग भारतीय सेना का हिस्सा रह चुके हैं। फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि जगजीत सिंह अब भी ब्रिटिश आर्मी का हिस्सा है या नहीं। उसने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई ब्रिटेन में ही की थी और फिर वहां की सेना में शामिल हो गया।
जगजीत सिंह को लेकर इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उसने ब्रिटिश आर्मी में बेसिक ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अफगानिस्तान का भी टूर किया था। वह ब्रिटिश आर्मी की द राइफल्स रेजिमेंट की चौथी बटालियन में जुड़ा था। यह रेजिमेंट इराक, अफगानिस्तान, कोसोवो और सिएरा लियोन में जा चुकी है। जगजीत सिंह के पिता ने भारतीय सेना में सेवाएं दी थीं, जबकि उसके पिता सूबेदार के पद से रिटायर हुए थे। उसका भाई भी भारतीय सेना की सिख रेजिमेंट का हिस्सा रह चुका है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट लंदन से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह ब्रिटिश सेना में शामिल हुआ। वह अमृतधारी सिख है और पूरी परंपराओं का पालन करते हुए ब्रिटिश आर्मी का हिस्सा बना है।
इस टेरर मॉड्यूल को लेकर मिली जानकारी से पुलिस भी हैरान है। ऐसा पहली बार ही है, जब ब्रिटिश सेना से जुड़ा कोई व्यक्ति भारत के खिलाफ आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा बन चुका है। अब इस मामले में पंजाब पुलिस की ओर से केंद्रीय एजेंसियों को अलर्ट किया जाएगा। इसके आधार पर भारतीय विदेश मंत्रालय ब्रिटिश सरकार के सामने अपना पक्ष रख सकता है। जगजीत सिंह को टेरर मॉड्यूल में आईएसआई का रोल होने की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता। वह अकसर ऐसे प्रभावशाली लोगों को ही टारगेट करती है, जिन्हें पकड़ना आसान न हो और संदेह भी न किया जा सके।