धमकियों को बहुत गंभीरता से लेते हैं, पन्नू की हरकतों पर भारत ने US को चेताया; कनाडा को लगाई लताड़
- गुरपतवंत सिंह पन्नू SFJ का लीडर है। वह खालिस्तानी आंदोलन के कट्टर समर्थक है। पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो संदेश जारी किया था।
भारत ने शुक्रवार को खालिस्तानी समर्थक और प्रतिबंधित आतंकी संगठन 'सिख्स फॉर जस्टिस' (SFJ) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की धमकियों को लेकर अमेरिका को चेताया है। पन्नू ने हाल ही में अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा को धमकी दी थी। भारत ने अमेरिका से इस मामले को गंभीरता से लेने और नई दिल्ली की सुरक्षा चिंताओं को प्राथमिकता देने की अपील की है।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, "हम इन धमकियों को बहुत गंभीरता से लेते हैं और इसे अमेरिकी सरकार के साथ उठाते हैं। इस मामले में भी हमने इसे अमेरिकी सरकार के समक्ष रखा है और हमें उम्मीद है कि वे हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेंगे।"
गुरपतवंत सिंह पन्नू SFJ का लीडर है। वह खालिस्तानी आंदोलन के कट्टर समर्थक है। पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो संदेश जारी किया था। इस वीडियो में पन्नू ने भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा को धमकी देते हुए उन्हें "भारत-रूस आतंक गठबंधन" का चेहरा बताया। पन्नू ने यह भी दावा किया कि क्वात्रा खालिस्तानी गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए रूसी राजनयिकों के साथ समन्वय कर रहे हैं और वह खालिस्तानी समर्थक समूहों की निगरानी में हैं।
इस मुद्दे पर अमेरिका स्थित भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा को लेकर एक अमेरिकी दूतावास प्रवक्ता ने बयान दिया। उन्होंने कहा, "अमेरिकी सरकार अमेरिका में सभी राजनयिक और वाणिज्यिक कर्मियों की सुरक्षा और सलामती के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।" इसी बीच, बाइडन प्रशासन ने भरोसा जताया कि हालिया विवादों के बावजूद भारत और अमेरिका के संबंध मजबूती से टिके रहेंगे। एक वरिष्ठ प्रशासन अधिकारी ने कहा, "मुझे विश्वास है कि हम इन चुनौतियों का उचित समाधान निकालने में सक्षम होंगे।"
कनाडा ने अपने गंभीर आरोपों के समर्थन में ‘कोई सबूत’ पेश नहीं किया : सरकार
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को लोकसभा को बताया कि कनाडा ने अपने द्वारा लगाए गए ‘‘गंभीर आरोपों’’ के समर्थन में ‘‘कोई सबूत’’ पेश नहीं किया है। सरकार ने एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी दी, जिसमें यह पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार ने कनाडा में भारतीय नागरिकों से कथित रूप से जुड़े आपराधिक मामलों से संबंधित हालिया घटनाक्रम पर ध्यान दिया है।
विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा, ‘‘इसके अतिरिक्त, इस मुद्दे पर उसका (कनाडा) सार्वजनिक बयान भारत विरोधी अलगाववादी एजेंडे को बढ़ावा देता प्रतीत होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के विमर्श पर कायम रहना किसी भी स्थिर द्विपक्षीय रिश्ते के लिए नुकसानदेह ही हो सकता है। इसलिए सरकार ने बार-बार कनाडा के अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे अपनी धरती पर सक्रिय भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करें।’’
(इनपुट एजेंसी)