भाजपा का बुर्का फट गया, अमित शाह के भीमराव आंबेडकर पर बयान से उद्धव ठाकरे भी फायर
- महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे भी अमित शाह पर हमलावर हैं। उन्होंने बुधवार को होम मिनिस्टर पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को उनके खिलाफ ऐक्शन लेना चाहिए या फिर वह सत्ता ही छोड़ दें।
होम मिनिस्टर अमित शाह के लोकसभा में बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर पर दिए बयान को लेकर हंगामा हो रहा है। कांग्रेस, टीएमसी, सपा समेत कई दल भाजपा को घेरने में जुटे हैं और अमित शाह से माफी की मांग की जा रही है। इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे भी अमित शाह पर हमलावर हैं। उन्होंने बुधवार को होम मिनिस्टर पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को उनके खिलाफ ऐक्शन लेना चाहिए या फिर वह सत्ता ही छोड़ दें। दरअसल अमित शाह ने संविधान पर चर्चा का राज्यसभा में जवाब देते हुए बुधवार को कहा था कि आज के दौर में भीमराव आंबेडकर का नाम लेना फैशन बन गया है। कुछ लोग आंबेडकर, आंबेडकर करत रहते हैं, लेकिन इतना यदि वह भगवान का नाम लें तो सात जन्मों के लिए स्वर्ग मिल जाएगा।
कांग्रेस ने अमित शाह के बयान पर तीखा रिएक्शन दिया है। प्रियंका गांधी, राहुल गांधी के नेतृत्व में उसके सांसदों ने प्रदर्शन किया। इसके अलावा कई अन्य दल भी भड़के हुए हैं। इस बीच उद्धव ठाकरे भी फायर हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि भाजपा चाहती है कि आंबेडकर का नाम खत्म हो जाए, लेकिन वह खुद ही खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शायद भाजपा और अमित शाह को ऐसे बयान देने का ट्यूशन आरएसएस से मिला होगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम इस बयान के खिलाफ जल्दी ही प्रदर्शन करेंगे। उद्धव ने कहा कि मेरे तो दादा प्रबोधांकर ठाकरे के बाबासाहेब आंबेडकर से अच्छे रिश्ते थे। दोनों एक-दूसरे के करीबी थे।
उद्धव ठाकरे ने मीडिया से कहा कि आंबेडकर पर जो टिप्पणी है, वह सहन नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि कि भाजपा की यह आदत हो गई है कि महाराष्ट्र के नायकों का अपमान किया जाए। ठाकरे ने कहा कि इससे पहले महाराष्ट्र में गवर्नर रहे भगत सिंह कोश्यारी ने महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले की शादी पर आपत्तिजनक बात कही थी। यही नहीं उन्होंने छत्रपति शिवाजी पर भी विवादित बोला था। इसके बाद भी भाजपा ने उनसे माफी की मांग नहीं की। आज भाजपा महाराष्ट्र से उद्योगों को ले जा रही है। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर और छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र में पैदा हुए राष्ट्र नायक हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का एजेंडा ही ऐसा है कि मुंह में राम और बगल में छुरी। लेकिन अब भाजपा का बुर्का फट चुका है। उसने सहिष्णुता की सारी सीमाएं लांघ दी हैं।
उन्होंने कहा कि नेहरू के बाद अब ये लोग आंबेडकर पर हमला कर रहे हैं। आप सोचिए कि इनकी हिम्मत कितनी बढ़ गई है। उन्होंने इस दौरान आरपीआई लीडर रामदास आठवले को भी चैलेंज किया और कहा कि यदि उनमें दम है तो एनडीए से निकल जाएं। उन्होंने कहा कि हम देखेंगे कि भाजपा के साथ चल रहे नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू का क्या रिएक्शन इस पर रहेगा। यही नहीं उन्होंने एकनाथ शिंदे और अजित पवार से भी आलोचना करने की अपील की।