Hindi Newsदेश न्यूज़swami kailashanand tells about kashi vishwanath shivling controversy on steve jobs wife

कमला बनीं स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेंस को शिवलिंग क्यों नहीं छूने दिया गया, कैलाशानंद ने बताई वजह

  • स्वामी कैलाशानंद ने मामला स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि लॉरेंस पॉवेल जॉब्स बहुत धार्मिक स्वभाव की हैं। वह मेरा एक पिता और गुरु की तरह सम्मान करती हैं। हर कोई उनसे कुछ सीख सकता है। भारतीय परंपरा को पूरी दुनिया में स्वीकार किया जा रहा है। उनके साथ जो हुआ, वह परंपरा के तहत ही था।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, प्रयागराजMon, 13 Jan 2025 01:51 PM
share Share
Follow Us on

दिग्गज टेक कंपनी ऐपल के सीईओ रहे दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेंस पॉवेल जॉब्स इन दिनों प्रयागराज महाकुंभ पहुंची हैं। वह वाराणसी भी गई थीं और वहां भी सनातन के रंग में नजर आईं। प्रयागराज में तो उन्हें कमला नाम भी स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने दिया है। इस बीच उन्हें लेकर खबर आई कि वह जब काशी विश्वनाथ मंदिर गईं तो शिवलिंग को छूने नहीं दिया गया। इस पर स्वामी कैलाशानंद ने मामला स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि लॉरेंस पॉवेल जॉब्स बहुत धार्मिक स्वभाव की हैं। वह मेरा एक पिता और गुरु की तरह सम्मान करती हैं। हर कोई उनसे कुछ सीख सकता है। भारतीय परंपरा को पूरी दुनिया में स्वीकार किया जा रहा है।

उन्होंने स्टीव जॉब्स की पत्नी को शिवलिंग न छूने देने को कहा, 'काशी विश्वनाथ मंदिर जाने को लेकर कोई विवाद नहीं है। मैं इसे स्पष्ट कर देना चाहता हूं। मैं आचार्य हूं और मेरी जिम्मेदारी है कि परंपराओं का पालन करूं और लोगों को भी इनके बारे में जानकारी दूं। उन्हें सनातन परंपराओं और व्यवहार के बारे में बताऊं। लॉरेंस पॉवेल जॉब्स मेरी बेटी हैं। महर्षि व्यासानंद भी मंदिर में ही थे। हमारे पूरे परिवार ने अभिषेक किया और भगवान शिव की पूजा की। लॉरेंस जॉब्स को प्रसाद दिया गया और माला भी पहनाई गई। लेकिन एक परंपरा है कि गैर-हिंदू को काशी विश्वनाथ को छूने की अनुमति नहीं है। यदि मैं ऐसा नहीं करता तो पुरानी परंपरा टूट जाती।'

कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि यह एक परंपरा है कि कोई भी गैर-हिंदू शिवलिंग को छू नहीं सकता। इसलिए लॉरेंस ने परिसर के बाहर से ही शिवलिंग के दर्शन किए। कैलाशानंद गिरि ने कहा कि कुंभ में वह रुकने वाली हैं और गंगा स्नान करेंगी। निरंजनी अखाड़ा के संत स्वामी कैलाशानंद गिरि शनिवार को ही लॉरेंस जॉब्स के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर गए थे। उन्होंने कहा कि हम काशी इसलिए आए ताकि भगवान से प्रार्थना कर सकें कि बिना किसी बाधा के महाकुंभ संपन्न हो जाए। इसके अलावा महादेव को महाकुंभ का आमंत्रण भी दिया है।

ये भी पढ़ें:महाकुंभ: स्टीव जॉब्स की पत्नी का क्यों रखा गया कमला नाम, मिला कौन सा गोत्र?
ये भी पढ़ें:महाकुंभ: स्टीव जॉब्स की पत्नी को मिला नया नाम, कैलाशानंद गिरि ने अपना गोत्र दिया
ये भी पढ़ें:क्या है कल्पवास? महाकुंभ में साध्वी बनकर रहेंगी दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी

बता दें कि फिलहाल निरंजनी अखाड़े के कैंप में ही स्टीव जॉब्स की पत्नी रुकी हैं। करोड़ों श्रद्धालु फिलहाल कुंभ पहुंच रहे हैं और लॉरेंस पॉवेल जॉब्स उनके बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। इस बार महाकुंभ में करीब 45 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है। प्रयागराज में 12 साल में एक बार महाकुंभ का आयोजन होता है। 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ चलेगा।

अगला लेखऐप पर पढ़ें