Hindi Newsदेश न्यूज़supreme court scolds and rejects plea regarding opening shambhu border

एक ही मुद्दा लेकर बार-बार क्यों आते हो, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी शंभू बॉर्डर खोलने की याचिका

  • जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस मनमोहन की पीठ ने कहा कि मामला पहले से ही अदालत के समक्ष लंबित है इसलिए वह एक ही मुद्दे पर बार-बार याचिकाओं पर विचार नहीं कर सकती।

Ankit Ojha लाइव हिन्दुस्तान, मोनी देवीMon, 9 Dec 2024 03:20 PM
share Share
Follow Us on
एक ही मुद्दा लेकर बार-बार क्यों आते हो, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी शंभू बॉर्डर खोलने की याचिका

किसान आंदोलन के कारण कई महीनों से बंद पड़े शंभू बोर्डर सहित अन्य हाईवे को खोलने के लिए सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई एक याचिका को कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाते हुए खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस तरह के मामले पहले ही कोर्ट में चल रहे हैं, फिर बार-बार क्यों ऐसी याचिका दाखिल की जा रही हैं। इस तरह से याचिका दाखिल करने से ऐसा लगता है कि यहां कोई व्यक्ति सिर्फ लोक दिखावे के लिए और प्रचार के लिए मुकदमे करने के लिए आया है।

सिर्फ आप ही समाज के विवेक के रक्षक नहीं हैं

जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस मनमोहन की पीठ ने कहा कि मामला पहले से ही अदालत के समक्ष लंबित है इसलिए वह एक ही मुद्दे पर बार-बार याचिकाओं पर विचार नहीं कर सकती। पीठ ने याचिकाकर्ता गौरव लूथरा से कहा कि हम पहले से ही बड़े मुद्दे की जांच कर रहे हैं। सिर्फ आप ही समाज के विवेक के रक्षक नहीं हैं। बार-बार याचिकाएं दायर न करें। कुछ लोग प्रचार के लिए और कुछ लोग दर्शकों को आकर्षित करने के लिए याचिकाएं दायर कर रहे हैं। शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ता की इस दलील पर भी विचार करने से इनकार कर दिया कि वह अपने मामले को लंबित मामले के साथ जोड़ दें।गौरतलब है कि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट में याचिका चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाकर किसानों और सरकार से बातचीत कर मध्यस्थता करने को कहा था। हालांकि अभी तक कोई हल नहीं निकला।

याचिकाकर्ता यह कहा था

जालंधर के रहने वाले गौरव लूथरा ने यह याचिका दायर की थी। इस में उन्होंने कहा था कि किसानों के आंदोलन के चलते शंभु बॉर्डर लंबे समय से बंद है। अब किसान यूनियनों ने पंजाब के दूसरे हाईवे भी बंद कर दिए हैं। यह न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि दूसरे नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन भी है। संविधान भी राइट टु मूवमेंट यानी आवागमन के अधिकार को मौलिक अधिकार का दर्जा देता है। पंजाब की एक बड़ी आबादी से यह मौलिक अधिकार छीन लिया गया है। ऐसा करना नेशनल हाईवे एक्ट के भी खिलाफ भी है। जो क्रिमिनल एक्टिविटी के दायरे में आता है।

कल दिल्ली नहीं जायेंगे, आज रणनीति बनाएंगे किसान

दिल्ली कूच को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज शाम 4.30 बजे खनौरी बॉर्डर पर अगली रणनीति बनाएंगे।

कल मंगलवार को भी किसानों का जत्था दिल्ली नहीं जाएगा और कल तक अगर कोई बातचीत के लिए केंद्र सरकार की तरफ से संदेश आता है तो फिर तय करेंगे। पंधेर आज खनाैरी बाॅर्डर पर जगजीत डल्लेवाल का हालचाल जानने जा रहे हैं। डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू भी खनाैरी जा रहे हैं। वहां डल्लेवाल की सेहत को लेकर बात होगी।

प्रधानमंत्री आज हरियाणा आ रहे, किसानों के सवालों का जवाब दे जाएं

पंढेर ने कहा कि बीजेपी के कुछ नेता बोलते हैं कि पैदल दिल्ली चले जाओ, कौन रोकता है लेकिन इधर हरियाणा सरकार जाने नहीं देती। प्रधानमंत्री आज हरियाणा में आ रहे हैं और किसानों के जो सवाल हैं, उनका जवाब भी दे जाएं तो अच्छा है। कहा था कि हरियाणा 24 फसलों को एमएसपी खरीदेंगे। ये झूठ बोला गया। अब बताना चाहिए कि कितनी फसलें हरियाणा में एमएसपी पर खरीदी गई हैं। हमने बोला था कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में विघ्न नहीं डालेंगे। हमने तो अपना वादा निभा दिया है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें