'तिरुपति लड्डू में जानवरों के मांस की मिलावट', सुब्रमण्यम स्वामी ने खटखटाया एससी का दरवाजा
- सीएम चंद्रबाबू नायडू के एक दावे ने बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया। उन्होंने कहा कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के दौरान तिरुपति के लिए लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था।
भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने तिरुपति लड्डू बनाने में पशुओं की चर्बी के कथित इस्तेमाल की जांच अदालत की निगरानी में किए जाने की मांग रखी है। इसे लेकर सोमवार को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। स्वामी ने न्यायालय से अनुरोध किया कि वह आंध्र प्रदेश सरकार को लड्डू बनाने में इस्तेमाल किए गए घी के स्रोत और सैंपल पर विस्तृत रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दे। उन्होंने कोर्ट से यह भी गुहार लगाई कि वह संबंधित अधिकारियों से फोरेंसिक रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए अंतरिम निर्देश जारी करे।
याचिका में कहा गया, ‘प्रसाद बनाने में इस्तेमाल होने वाली विभिन्न सामग्रियों की आपूर्ति करने वाले आपूर्तिकर्ताओं की गुणवत्ता या उसकी कमी की निगरानी और सत्यापन के लिए आंतरिक रूप से अंकुश होना चाहिए था।’ स्वामी ने अपनी याचिका के बारे में सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट भी किया। उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'आज मैंने जनहित याचिका दायर कर सुप्रीम कोर्ट से मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के निराधार आरोपों की जांच के निर्देश देने की मांग की है। नायडू ने आरोप लगाया है कि तिरुपति तिरुमाला मंदिर के प्रसाद में जानवरों के मांस और अन्य सड़े हुए पदार्थों की मिलावट की गई है, जिससे भक्तों में अफरातफरी मच गई है।'
रिटायर्ड जज के नेतृत्व वाली स्वतंत्र समिति से जांच की मांग
इसके अलावा, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के पूर्व अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य वाईवी सुब्बा रेड्डी ने भी न्यायालय में याचिका दायर की है। उन्होंने शीर्ष अदालत के रिटायर्ड जज के नेतृत्व वाली स्वतंत्र समिति की ओर से जांच कराए जाने की अपील की है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के एक दावे ने बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया। उन्होंने कहा कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के दौरान तिरुपति के लिए लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि नायडू राजनीतिक लाभ के लिए घृणित आरोप लगा रहे हैं।