'मौजूदा सांसद द्वारा स्पॉन्सर थी संसद में घुसपैठ', भाजपा पर बरसे थरूर; नए भवन पर भी सवाल
बिरला ने यह भी कहा कि सदन में कूदने वाले दोनों लोगों को पकड़ कर उनके पास से सारी सामग्री जब्त कर ली गई है, साथ ही संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे दो और लोगों को भी पकड़ा गया है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बुधवार को केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा में हंगामा करने वाले दो लोगों को सत्तारूढ़ पार्टी के एक सांसद द्वारा स्पॉन्सर किया गया था। उन्होंने सुरक्षा खतरे को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से विस्तृत प्रतिक्रिया की मांग की। केरल से कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा, "तथ्य यह है कि इन लोगों (घुसपैठियों) को स्पष्ट रूप से सत्ताधारी पार्टी के एक मौजूदा सांसद द्वारा स्पॉन्सर किया गया था...ये लोग स्मोक पिस्तौल को छिपाकर लाए थे, जो दर्शाता है कि एक गंभीर सुरक्षा चूक है। उन्होंने न केवल पिस्तौलें चलाईं बल्कि कुछ ऐसे नारे भी लगाए जो हममें से कुछ लोगों को सुनाई नहीं दे रहे थे। पुराने भवन की तुलना में सुरक्षा की दृष्टि से नया भवन बहुत अच्छी तरह से तैयार नहीं किया गया है।"
देश की संसद में इस तरह की घुसपैठ को लेकर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर हमलावर हैं। थरूर ने बताया कि यह घटना 2001 में संसद पर हुए हमले की बरसी पर हुई थी। उन्होंने कहा, "मुझे यकीन है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्री देश को सुरक्षा चूक और सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बताना चाहेंगे।"
उच्च सदन में विपक्ष ने शाह से बयान की मांग की
राज्यसभा में बुधवार को विपक्ष ने लोकसभा में सुरक्षा चूक की घटना को लेकर हंगामा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से एक बयान देने और सदन की कार्यवाही को स्थगित करने की मांग की। भोजनावकाश के बाद दोपहर दो बजे राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने सदस्यों को लोकसभा में सुरक्षा चूक के बारे में सूचित किया क्योंकि कुछ सदस्यों ने इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया।
धनखड़ ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि लोकसभा में घुसपैठियों को तुरंत पकड़ लिया गया और संसदीय सुरक्षा सेवा मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि आज सदन की कार्यवाही समाप्त होने से पहले सदस्यों को इसके बारे में जानकारी दी जाएगी। सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने सुरक्षा में चूक का मुद्दा उठाते हुए इसे ‘बहुत गंभीर मामला’ बताया। उन्होंने कहा कि देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वालों को श्रद्धांजलि देने में विपक्षी सदस्य भी शामिल थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम देश की एकता और सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार हैं। हमारे लोगों ने जो बलिदान दिया है, उसकी तुलना में आपने (सत्ता पक्ष ने) कुछ नहीं किया...।’’ इसी दौरान कुछ विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी जिस पर धनखड़ ने उन्हें मना किया और कहा कि सदन ‘नारे लगाने की जगह नहीं है’।
क्या बोले लोकसभा स्पीकर
लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को अपराह्न करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से अचानक दो लोग सदन के भीतर कूदे और धुआं फैला दिया जिसके बाद कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। घटना के तत्काल बाद दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि लोकसभा अपने स्तर पर जांच कर रही है तथा इस बारे में दिल्ली पुलिस को भी निर्देश दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच से इस बात का पता चला है कि जो धुआं सदन में फैलाया गया था, वह साधारण था। उन्होंने कहा कि यह सनसनी फैलाने के लिए किया गया था और इसे लेकर चिंता की कोई बात नहीं है।
बिरला ने यह भी कहा कि सदन में कूदने वाले दोनों लोगों को पकड़ कर उनके पास से सारी सामग्री जब्त कर ली गई है, साथ ही संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे दो और लोगों को भी पकड़ा गया है। सदन में शून्यकाल के दौरान दोपहर करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो व्यक्ति सदन में कूदे। इनमें से एक व्यक्ति एक मेज से अगली मेज पर तेजी से कूदते हुए आगे की ओर भाग रहा था। सुरक्षाकर्मियों और कुछ सांसदों ने उसे घेर लिया। बाद में दोनों को पकड़ लिया गया। तब सदन का संचालन कर रहे पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। दोपहर दो बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर बिरला ने कहा, ‘‘जो घटना शून्यकाल के दौरान हुई थी उस घटना की लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है। इस संदर्भ में दिल्ली पुलिस को आवश्यक निर्देश दिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आरंभिक जांच से पता चला कि वह साधारण धुंआ था और सनसनी फैलाने के उद्देश्य से छोड़ा गया था। चिंता का विषय नहीं है।’’ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और कई सदस्यों ने सुरक्षा में चूक की इस घटना को लेकर चिंता जताई।