कौन हैं प्रीति सूदन, जिन्हें मिली है UPSC की कमान; डायरेक्टर बनने से पहले क्या थी जिम्मेदारी
UPSC को नया चेयरमैन मिल गया है। अब पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को यह जिम्मेदारी मिली है। उनकी नियुक्ति को लेकर राष्ट्रपति की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। वह 1 अगस्त से चार्ज संभालेंगी।
यूपीएससी को नया चेयरपर्सन मिल गया है। अब पूर्व स्वास्थ्य सचिव प्रीति सूदन को यह जिम्मेदारी मिली है। उनकी नियुक्ति को लेकर राष्ट्रपति की ओर से नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। वह गुरुवार यानी 1 अगस्त से कार्यभार संभालेंगी। उनसे पहले यूपीएससी के चेयरमैन मनोज सोनी थे, जिन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही निजी कारणों से इस्तीफा दे दिया था। फिलहाल प्रीति सूदन यूपीएससी की सदस्य हैं, जो अब प्रमोशन के बाद चेयरपर्सन होंगी। 1983 बैच की आईएएस अधिकारी प्रीति सूदन लंबे समय तक हेल्थ सचिव रही हैं। इसके अलावा 2022 से वह UPSC की मेंबर हैं।
उन्हें यूपीएससी के मुखिया के तौर पर ऐसे वक्त में जिम्मेदारी मिली है, जब प्रशिक्षु आईएएस पूजा खेडकर से जुड़ा विवाद चल रहा है। इस मामले में यूपीएससी ने पूजा खेडकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है और मामले की जांच चल रही है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच फिलहाल पूजा खेडकर के खिलाफ जांच कर रही है और उन्हें बुलाकर पूछताछ करने की तैयारी है।
आंध्र प्रदेश काडर की अधिकारी प्रीति सूदन ने खाद विद्याग, रक्षा मंत्रालय और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में भी काम किया है। उन्हें बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना को तेजी से बढ़ाने का क्रेडिट दिया जाता है। इसके अलावा आयुष्मान भारत स्कीम का श्रेय भी उन्हें दिया जाता है। नेशनल मेडिकल कमिशन और ई-सिरगेट बैन करने को लेकर आए विधेयक को तैयार करने में भी उनकी अहम भूमिका थी। प्रीति सूदन को तेजतर्रार को समय पर काम निपटाने वाली अधिकारी के तौर पर जाना जाता है।