NCP में टूट से विपक्ष की 2024 की उम्मीदों को झटका, सोनिया-ममता-नीतीश ने शरद पवार को लगाया फोन
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में बगावत की खबर आते ही तमाम विपक्षी दल हरकत में आ गए। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और स्टालिन ने शरद से फोन पर बातचीत की है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार और 8 अन्य नेता बगावत कर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गए। राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे अजित पवार ने रविवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जबकि कुछ सीनियर नेताओं सहित उनकी पार्टी के 8 विधायकों को शिवसेना-भाजपा सरकार में मंत्री के रूप में शामिल किया गया। एनसीपी के भीतर हुई यह टूट शरद पवार के लिए तो बड़ा झटका है ही, साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एकजुटकता की कोशिशों में लगे विपक्षी दलों के लिए बुरी खबर है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राकांपा का दो फाड़ होना विपक्ष का मनोबल गिरा सकता है। इसके अलावा, अगर अजित पवार के साथ एनसीपी के अधिकांश नेता चले जाते हैं तो विपक्षी एकता को यह सीधे झटका लग सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यही वजह है कि एनसीपी में बगावत की खबर आते ही तमाम विपक्षी दल हरकत में आ गए। बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और स्टालिन ने शरद से फोन पर बातचीत की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के नेता राहुल गांधी ने शरद पवार से बात की और उन्हें समर्थन का भरोसा जताया। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा की 'वाशिंग मशीन' ने अपना अभियान शुरू कर दिया है और क्योंकि इनमें से कई नेता भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं और अब उन्हें क्लीनचिट मिल गई है।
शरद पवार बोले- कई नेताओं के फोन आए
शरद पवार ने खुद कहा कि महाराष्ट्र के घटनाक्रम के बाद उन्हें कई नेताओं के फोन आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अन्य लोगों ने मुझे फोन किया है। उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत से लोगों के लगातार फोन आ रहे हैं। आज जो कुछ भी हुआ मुझे उसकी चिंता नहीं है। मेरे साथ यह पहले भी हो चुका है, लेकिन मैं इससे डरता नहीं और न ही मुझे इससे फर्क पड़ता है। साल 1980 में मैं जिस पार्टी का नेतृत्व कर रहा था, उसके 58 विधायक थे, बाद में सभी चले गए और केवल 6 विधायक बचे, लेकिन मैंने संख्या को मजबूत किया और जिन्होंने मुझे छोड़ा वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों में हार गए।'
'शरद पवार को समर्थन का जताया भरोसा'
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ट्विटर पर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे और राहुल गांधी ने राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से बात की और उन्हें अपना समर्थन जताया। वेणुगोपाल ने आरोप लगाया, 'भाजपा का गंदी चाल चलने वाला विभाग जोर-शोर से काम कर रहा है। यह वैध रूप से चुनी गई सरकार नहीं है, बल्कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी)-शक्ति प्राप्त सत्ता हथियाने वाली सरकार है। महाराष्ट्र सरकार भ्रष्टाचार और पाप की उपज है।' उन्होंने कहा कि जनता महाराष्ट्र के गद्दार, भ्रष्ट और समझौतावादी नेताओं को अच्छी तरह से पहचानती है और अगले चुनाव में उनमें से प्रत्येक को सबक सिखाया जाएगा।
विपक्षी दलों की आगामी बैठक लूंगा भाग: शरद पवार
शरद पवार ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों की आगामी बैठक में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि वह जनता का समर्थन मांगने के लिए सोमवार से राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा शुरू करेंगे। राकांपा प्रमुख ने कहा कि कल मैं कराड जाऊंगा और यशवंत राव चव्हाण के स्मारक पर दर्शन करूंगा। पवार ने कहा कि अगर कोई एनसीपी पर स्वामित्व का दावा करता है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के पास जाएंगे और उनका समर्थन मांगेंगे। मुझे विश्वास है कि वे हमारा समर्थन करेंगे। पवार ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NCP पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा, 'मुझे आज खुशी है कि उन्होंने राकांपा के कुछ सहयोगियों को कैबिनेट में जगह दी। इससे पता चलता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आरोप तथ्यात्मक नहीं थे।'
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