तमिलनाडु सरकार को लौटा दें जयललिता के गहने, कोर्ट का आदेश; कर्नाटक को मिलेंगे 5 करोड़
अदालत ने यह कहा कि कर्नाटक राज्य में मामले की सुनवाई पर हुए खर्च के एवज में कर्नाटक को पांच करोड़ रुपये मिलेंगे। इनका भुगतान चेन्नई स्थित एसबीआई की शाखा में जयललिता से संबंधित खाते से किया जाएगा।
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बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जे जयललिता से जब्त किए गए सोने-हीरे के आभूषणों को तमिलनाडु सरकार को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है। इसके बाद अब तमिलनाडु सरकार इन आभूषणों को लेकर अंतिम निर्णय लेगी। जयललिता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में ये आभूषण बतौर सबूत अदालत में पेश किए गए थे।
बेंगलुरु की विशेष कोर्ट के जज एच ए मोहन ने सोमवार को सुनवाई करते हुए कहा कि जयललिता के सगे-संबंधी जब्त सामान के उत्तराधिकारी नहीं हैं। जयललिता की भतीजी जे दीपा और भतीजे जे दीपक द्वारा इन आभूषणों की दावेदारी की गई थी, लेकिन अदालत ने उसे खारिज कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जयललिता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले की सुनवाई बेंगलुरु (कर्नाटक) में हुई थी। उस दौरान मामले से संबंधित सभी दस्तावेज और अन्य सामान कोर्ट की कस्टडी में आ गया था। जयललिता के सोने और हीरे के आभूषण भी उसी सामान का हिस्सा हैं।
कर्नाटक सरकार को पांच करोड़ मिलेंगे
अदालत ने आभूषणों को तमिलनाडु सरकार को स्थानांतरित करने का आदेश दिया। अदालत ने कहा, तमिलनाडु गृह विभाग के सचिव स्तर के अधिकारी पुलिस के साथ बेंगलुरु आकर आभूषणों को अपने साथ ले जा सकते हैं। साथ ही अदालत ने यह भी कहा कि कर्नाटक राज्य में मामले की सुनवाई पर हुए खर्च के एवज में कर्नाटक को पांच करोड़ रुपये मिलेंगे। इनका भुगतान चेन्नई स्थित एसबीआई की शाखा में जयललिता से संबंधित खाते से किया जाएगा।
आपको बता दें कि आय से अधिक संपत्ति मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने जयललिता को बरी कर दिया था। मामले में पूर्व सीएम जयललिता के साथ ही उनकी करीबी सहयोगी रहीं वी शशिकला, भतीजे वीएन सुधाकरण और शशिकला की एक रिश्तेदार के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलाया गया था।