फिर बढ़े कोरोना के मामले, पिछले 24 घंटों में पांच लोगों की मौत; डरा रहा जेएन.1
एक दिन पहले मंगलवार को भारत में कोविड-19 के 573 नए मामले दर्ज किए गए थे। नए साल यानी 1 जनवरी को देश में 636 नए मामले सामने आए थे और तीन लोगों की कोरोना से जान गई थी।
भारत में बुधवार को कोरोना के 602 नए मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा, पिछले 24 घंटों में पांच मौतें भी हुईं। नए अतिरिक्त मामलों के साथ, वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 4,440 हो गई है। एक दिन पहले मंगलवार को भारत में कोविड-19 के 573 नए मामले दर्ज किए गए थे। नए साल यानी 1 जनवरी को देश में 636 नए मामले सामने आए थे और तीन लोगों की कोरोना से जान गई थी।
कोविड-19 के सबवैरिएंट जेएन.1 के 312 मामले पाए गए
एक दिन पहले इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आईएनएसएसीओजी) की ओर से मंगलवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में अभी तक कोविड-19 के नए सबवैरिएंट जेएन.1 के कुल 312 मामले सामने आए हैं जिनमें से करीब 47 फीसदी मामले केवल केरल में दर्ज किए गए। अभी तक 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वायरस के जेएन.1 उपस्वरूप की उपस्थिति पाई गई है।
आईएनएसएसीओजी के अनुसार, इन राज्यों में केरल (147), गोवा (51), गुजरात (34), महाराष्ट्र (26), तमिलनाडु (22), दिल्ली (16), कर्नाटक (आठ), राजस्थान (पांच), तेलंगाना (02) और ओडिशा (01) शामिल हैं। आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर में देश में दर्ज किए गए कोविड के 279 मामलों में जेएन.1 पाया गया है जबकि नवंबर में ऐसे 33 मामले सामने आए थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जेएन.1 को इसके तेजी से वैश्विक प्रसार के बाद इसे निगरानी में रखे जाने वाले स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया है लेकिन साथ ही सीमित उपलब्ध साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए जेएन.1 द्वारा उत्पन्न अतिरिक्त सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम को वर्तमान में वैश्विक स्तर पर कम आंका है।
हालांकि, हाल के सप्ताहों में कई देशों से जेएन.1 के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। केंद्र ने देश में कोविड-19 के मामलों और जेएन.1 उप स्वरूप पाए जाने की संख्या में वृद्धि के बीच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इस पर लगातार नजर बनाए रखने को कहा है।