महाराष्ट्र से लेकर गुजरात तक बारिश ने मचाई तबाही, बाढ़ जैसे हालात; इन जिलों में IMD का अलर्ट
गुजरात के सौराष्ट्र के कई हिस्सों में मूसलाधार वर्षा हुई जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गयी तथा कई गांवों का संपर्क कट गया। कई स्थानों पर प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, महाराष्ट्र, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, कर्नाटक और केरल सहित भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। 19 जुलाई को सुबह 8.30 बजे जारी ताजा बुलेटिन में, आईएमडी ने बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण की भी चेतावनी दी थी। मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले दो दिनों में महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने 20 जुलाई के लिए ठाणे, पालघर, रायगढ़ और रत्नागिरी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है वहीं मुंबई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इस बीच कल सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे। 20 जुलाई को स्कूल बंद करने की घोषणा आज कर दी गई है। बॉम्बे नगर निगम लोगों की सुरक्षा के लिए मैनहोल की जांच करेगा। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि लोग मैनहोल से जाल चुरा रहे हैं। इसके अलावा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त को बारिश में फंसे लोगों को बचाने के निर्देश दिए गए हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए सीएम शिंदे ने कहा, ''मैंने बीएमसी के आयुक्त को आदेश दिया है यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोग सुरक्षित रूप से अपने घरों में वापस लौटें और बारिश में फंसे लोगों को बचाएं।" उन्होंने आगे कहा कि सभी राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और अन्य एजेंसियां स्थिति को लेकर अलर्ट मोड पर हैं।
भारी बारिश के चलते रत्नागिरी और रायगढ़ जिले में बाढ़ के हालात
महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में रातभर हुई भारी बारिश के चलते कई नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं और कई कस्बों एवं गांवों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा जा चुका है। स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। अगले कुछ दिनों तक महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने वशिष्ठी नदी के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए अधिकारियों को रत्नागिरी जिले के चिपलुन कस्बे के विभिन्न हिस्सों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि रायगढ़ जिले की छह प्रमुख नदियों में से सावित्री और पातालगंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार, कुंडलिका और अंबा नदियों में जल स्तर ‘चेतावनी’ के निशान तक पहुंच गया है, जबकि गढ़ी और उल्हास सुबह तक चेतावनी निशान के करीब बह रही थीं। मूसलाधार बारिश के कारण पातालगंगा नदी का पानी आपटा और रसायनी में घुस गया है। सावित्री नदी के पानी से महाड के निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि रत्नागिरी जिले में नदियों का जल स्तर बढ़ने से परेशानी खड़ी हो गई है। वशिष्ठी ‘चेतावनी’ के निशान से ऊपर बह रही है। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने कहा कि भारी बारिश की चेतावनी के कारण चिपलुन, पालघर और महाड में एक-एक टीम पहले से तैनात कर दी गई है।
भारी बारिश के बाद मुंबई के पास कल्याण-कसारा मार्ग पर ट्रेन सेवा रोकी
मुंबई से सटे ठाणे जिले में भारी बारिश के चलते कल्याण-कसारा मार्ग पर ट्रैक बदलने वाला प्वॉइंट खराब हो गया, जिससे बुधवार दोपहर इस मार्ग पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गईं। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। मध्य रेलवे ने यह भी बताया कि उसने कुछ मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को दिवा-पनवेल-कर्जत मार्ग और दौंड-मनमाड मार्ग पर भेज दिया है, इसके अलावा मुंबई और पुणे के बीच कुछ ट्रेन की यात्रा बीच में ही समाप्त कर दी गई है।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी डॉ. शिवराज मानसपुरे ने बताया कि दोपहर करीब दो बजकर 40 मिनट पर प्वाइंट फेल होने से कल्याण-कसारा मार्ग पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गईं। ठाणे में अंबरनाथ और बदलापुर स्टेशनों के बीच रेल पटरियां पूरी तरह जलमग्न हो गई, जिससे कल्याण और खोपोली (रायगढ़ में) के बीच उपनगरीय सेवाएं सुबह 11 बजे से प्रभावित हैं।
मुंबइ और आसपास के क्षेत्रों में सरकारी कार्यालय समय से पूर्व बंद किया करें: शिंदे
भारी वर्षा के कारण उपनगरीय ट्रेन सेवाओं और सड़क यातायात के प्रभावित होने के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को आदेश दिया कि मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्र में सरकारी कार्यालय समय से पहले बंद कर दिये जाएं ताकि कर्मचारियों को घर पहुंचने के लिए थोड़ा अधिक समय मिल सके। मुंबई और उसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से मूसलाधार वर्षा हो रही है। इस वर्षा ने सड़क यातायात और उपनगरीय ट्रेन सेवाओं पर असर डाला है। उपनगरीय ट्रेन सेवाओं में मुख्यत: मध्य एवं हार्बर लाइन शामिल हैं। लाखों लोग अपने कार्यालय आने-जाने के लिए इन लाइनों का इस्तेमाल करते हैं।
गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में भारी वर्षा से बाढ़ जैसी स्थिति
गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों में बुधवार को मूसलाधार वर्षा हुई जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गयी तथा कई गांवों का संपर्क कट गया। कई स्थानों पर प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। अधिकारियों ने बताया कि जूनागढ़ के मंगरोल तालुका में वर्षा के कारण कई गांवों में पानी घरों में घुस गया तथा बाढ़ में सड़कों के डूब जाने के कारण कई क्षेत्रों का संपर्क कट गया। जगह जगह पानी भर जाने के कारण जिले में जनजीवन थम गया है।
राज्य आपात अभियान केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि बुधवार को भारी बारिश की मार सबसे अधिक जूनागढ़ जिले पर पड़ी। जिले के मंगरोल तालुका में सुबह छह बजे से पिछले आठ घंटे में 290 मिलीमीटर वर्षा हुई है जबकि मलिया हटीना तालुका में 191 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। एसईओसी के अनुसार, इस दौरान जूनागढ़ के केशोड और मानवदार में क्रमश: 111 और 110 मिलीमीटर वर्षा हुई। केंद्र का कहना है कि पानी छोड़े जाने के कारण बांधों तथा ओजस जैसी मानसूनी नदियों का पानी बाहर आने से स्थिति बिगड़ गयी है, गांवों में पानी घरों में घुस गया तथा खेत झील में तब्दील हो गए। अचानक बाढ़ आने के कारण लोगों ने अपने घरों की छतों पर शरण ले रखी है।
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