IMD ने अपने ताजा अनुमान में कहा है कि मार्च से मई 2025 के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में हीटवेव के दिनों की संख्या सामान्य से दोगुनी हो सकती है।
ओलावृष्टि के बाद तेज हवाएं चलने से हल्की सर्दी भी बढ़ी है। IMD के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश या बर्फबारी की संभावना है।
Weather Update: एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस दस्तक देने जा रहा है, जिसकी वजह से जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश आदि में बारिश होगी। वहीं, दिल्ली, यूपी में 40 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चलेंगी।
यूपी के कई शहरों में अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के पार है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि फरवरी के दूसरे हफ्ते में अधिकतम तापमान में और वृद्धि हो सकती है। अगले 5 दिनों तक के लिए फिलहाल कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। इस दौरान मौसम शुष्क बने रहने की संभावना है।
UP Rains, Weather Update: उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में 3 से 5 फरवरी के बीच बारिश होगी। हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान में तीन और चार फरवरी को बारिश का अलर्ट है। इसके साथ ही लक्षद्वीप में भी एक फरवरी को बरसात होने वाली है।
Delhi Weather: दिल्ली एनसीआर में बुधवार को हवा की रफ्तार कम होने से वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 से ऊपर यानी बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया। इसके देखते हुए केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रैप-3 की पाबंदियां लागू कर दी हैं।
Weather Update Delhi-NCR Temperature Rise: IMD ने कहा है कि इस बारिश से तापमान में बहुत अधिक कमी नहीं हो सकेगी और थोड़े अंतराल के बाद फिर से तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी होती रहेगी।
Delhi Weather: दिल्ली में गुरुवार को पश्चिमी विक्षोभ के चलते कई इलाकों में बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा आया नगर में 4.2 मिमी दर्ज की गई। मौसम में बदलाव के कारण अधिकतम तापमान में मामूली कमी दर्ज की गई।
Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में बादल एक बार फिर बरसने को तैयार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया है। राजधानी शिमला से सटे पर्यटन स्थलों कुफरी, नारकंडा और अन्य ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में इस सीजन में पहले भी बर्फबारी हो चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी आठ दिन तक गलन और ठिठुरन का सिलसिला जारी रह सकता है। बर्फीली हवा से 10 जनवरी तक राहत नहीं मिलने वाली है। 11 और 12 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो जाएगा। इसके असर से बादलों की आवाजाही के बीच बूंदाबांदी या बारिश हो सकती है।