जनता का खेल निराला: बीजेपी, कांग्रेस, आप समेत सपा, बीजद सबकी झोली में कुछ न कुछ डाला
हालिया चुनावों और उप चुनावों के नतीजों पर गौर करें तो पता चलता है कि जनता ने अलग-अलग हिस्से में अलग रुख का प्रदर्शन किया है।यूपी की 2 असेंबली और 1 लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में तीनों दलों की जीत हुई ।
गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग आ चुके हैं। गुजरात में जहां बीजेपी ने प्रचंड और ऐतिहासिक जीत दर्ज की है, वहीं हिमाचल प्रदेश में रिवाज बरकरार रखते हुए कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है। आम आदमी पार्टी ने भी गुजरात में अपनी अच्छी उपस्थिति दर्ज की है। इसके साथ ही आप गुजरात में क्षेत्रीय पार्टी बन गई है और नौवीं राष्ट्रीय पार्टी होने का दर्जा हासिल कर लिया है।
हालिया चुनावों और उप चुनावों के नतीजों पर गौर करें तो पता चलता है कि जनता ने अलग-अलग हिस्से में अलग-अलग रुख का प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश की दो विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जहां जनता जनार्दन ने सपा और उसके सहयोगी रालोद की जीत दिलाई है तो वहीं बिहार में कुढ़नी सीट पर हुए उप चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा (JDU) को बीजेपी के उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने हरा दिया है।
उत्तर प्रदेश की रामपुर विधान सभा सीट पर हुए उप चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार आकाश सक्सेना ने सपा के उम्मीदवार आसिम रजा पर जीत दर्ज की है। वहीं खतौली सीट पर सपा की सहयोगी रालोद के उम्मीदवार मदन भैया ने बीजेपी के उम्मीदवार राजकुमार सैनी को शिकस्त दी है। राज्य की प्रतिष्ठित मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उप चुनावों में सपा की डिम्पल यादव ने बीजेपी कैंडिडेट रघुराज सिंह शाक्य को करीब पौने तीन लाख मतों से हरा दिया है।
राजस्थान में सरदार शहर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस के अनिल कुमार शर्मा ने बीजेपी उम्मीदवार अशोक कुमार को शिकस्त दी है। छत्तीसगढ़ में भी सत्तारूढ़ कांग्रेस के उम्मीदवार सावित्री मनोज मांडवी ने भानुप्रतापपुर असेंबली सीट पर बीजेपी उम्मीदवार ब्रह्मानंनद नेताम को शिकस्त दी है। ओडिशा में भी पदमपुर असेंबली सीट पर उप चुनाव हुए थे। इस सीट पर सत्तारूढ़ बीजू जनता दल के उम्मीदवार बरसा सिंह बरिहा ने बीजेपी प्रत्याशी प्रदीप पुरोहित को करीब 75 हजार मतों के अंतर से हराया है।
एक दिन पहले ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में नगर निगम चुनावों में आम आदमी पार्टी ने बीजेपी को हराते हुए उसे 15 साल की सत्ता से बेदखल कर दिया है। 250 सदस्यों वाली एमसीडी में आप ने 134 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी ने 104 और कांग्रेस ने 9 सीटें जीती थीं। अन्य ने तीन सीटें जीती थीं।