गुजरात में बाढ़ का कहर, आंध्र में गोदावरी मचा रही तांडव, जानें कहां क्या है बारिश का हाल
भारी बारिश की वजह से देश के कई राज्यों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। एक तरफ जहां असम में जन जीवन सामान्य हो रहा है वहीं आंध्र प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में बाढ़ कहर बरपा रही है।
देश के बड़े हिस्से में भारी बारिश की वजह से कई राज्यों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। गुजरात में बारिश और बाढ़ की वजह से 6 और लोगों की जान चली गई। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या 69 हो गई है। वहीं आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी तबाही मचा रही है। गोदावरी की जद वाले इलाकों से 9500 से ज्यादा लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है। महाराष्ट्र के नागपुर में एक पुल बह गया जिसके बाद तीन लोग लापता हैं। गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र में अब तक बाढ़ और बारिश की वजह से 83 लोगों की जान जा चुकी है।
गुजरात में 6 की मौत, 2700 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
गुजरात में बाढ़ और बारिश में मरने वालों का आंकड़ा 69 हो गया है। सीएम भूपेंद्र पटेल ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित बोडेली का दौरा किया। उन्होंने कई इलाकों का हवाई सर्वेक्षण भी किया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने यहां 8975 लोगों को निकाला है। सोमवार को अहमदाबाद में कई इलाकों में पानी भर गया। शहर के कई शॉपिंग मॉल अभी बंद हैं। पिछले कुछ दिनों में दक्षिण गुजरात के कच्छ, राजकोट और सौराष्ट्र इलाके में भारी बारिश हुई। राज्य में एनडीआरएफ की 20 टीमें काम कर रही हैं। वहां एसडीआरएफ की टीमें भी राज्य के कई हिस्सों में तैनात की गई हैं।
महाराष्ट्र में कई जगहों पर मूसलाधार वर्षा हो रही है। यहां सात जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालने का काम जारी है। नासिक जिले में भी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। कई जिलों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं।
आंध्र प्रदेश में गोदावरी मचा रही तांडव
आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी उफान पर है। कोनसीमा जिले में 10 राहत शिविर बनाए गए हैं जहां लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है। इसके अलावा एलुरु जिले से भी 3900 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। मुख्यमंत्री जगनरेड्डी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद के लिए 2 करोड़ रुपये की राशि जारी की है। बताया जा रहा है कि गोदावरी में अभी पानी कम नहीं होने वाला है। जुलाई के महीने में पिछले 100 साल में इस तरह की जल प्रलय नहीं देखी गई।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बारिश होने के बाद मंगलवार सुबह तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, शहर के कई हिस्सों में जलजमाव के कारण यातायात प्रभावित हुआ। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 26.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 93 प्रतिशत रहा।vभारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मंगलवार सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में दिल्ली में दो मिमी बारिश दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में बारिश होने के कारण लोगों को उमस से थोड़ी राहत मिली। हालांकि, शहर में बुराड़ी और जसोला सहित कई जगह जलजमाव के कारण यातायात प्रभावित हुआ। मध्य दिल्ली में भी जलजमाव के कारण यातायात धीमा रहा।
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