Earthquake: कश्मीर से लेकर नोएडा तक भूकंप के झटके, 5.7 की तीव्रता से हिली धरती
कश्मीर, नोएडा और अन्य इलाकों में शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.7 मापी गई। आज सुबह 9:45 बजे आए भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा क्षेत्र में रहा।...
कश्मीर, नोएडा और अन्य इलाकों में शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.7 मापी गई। आज सुबह 9:45 बजे आए भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान सीमा क्षेत्र में रहा। अभी तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
नोएडा के कुछ लोगों ने ट्वीट किया कि कम से कम 20 सेकेंड तक जमीन हिलती रही। दिल्ली में भी लोगों ने भूकंप के झटके महसूस करने की बात कही है। एक शख्स ने बताया, "मुझे लगा कि मेरा सिर घूम रहा है। जब मैंने पंखे की तरफ देखा तो वह अचानक हिल रहा था। मैंने महसूस किया कि यह भूकंप है। नोएडा में लगभग 25-30 सेकंड के लिए जोरदार झटके महसूस किए गए।"
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी भूकंप के झटके से कांपी धरती
शनिवार को ही उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि आज सुबह उत्तरकाशी में रिक्टर पैमाने पर 3.6 तीव्रता से धरती कांपी। भूकंप तड़के करीब 3.15 बजे आया और यह पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर नीचे स्थित था। भूकंप का केंद्र उत्तरकाशी से 58 किमी उत्तर पश्चिम में था।
गुजरात के कच्छ में शुक्रवार को आया था भूकंप
गुजरात के कच्छ जिले में शुक्रवार सुबह 3.1 तीव्रता का भूकंप आया। इसके कारण किसी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। भूकंप का केंद्र रापड़ गांव में था। गांधीनगर स्थित भूकंपीय अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) ने कहा, ‘‘शुक्रवार सुबह 10.16 बजे कच्छ के रापड़ में 3.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। भूकंप का केंद्र जमीन की सतह से 19.1 किलोमीटर की गहराई में था।’’
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके से क्षेत्र में किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई खबर नहीं है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार कच्छ जिला बहुत उच्च जोखिम वाले भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है। गौरतलब है कि कच्छ में 2001 में भूकंप के कारण भारी तबाही हुई थी।
भूकंप आने पर क्या करें?
- भूकंप आने के बाद अगर आप घर में हैं तो कोशिश करें कि फर्श पर बैठ जाएं।
- अगर आपके घर में टेबल या फर्नीचर है तो उसके नीचे बैठकर हाथ से सिर को ढक लेना चाहिए।
- भूकंप आने के दौरान घर के अंदर ही रहें और जब झटके रुकने के बाद ही बाहर निकलें।
- भूकंप के दौरान घर के सभी बिजली स्विच को ऑफ कर दें।
भूकंप आने पर क्या ना करें?
- भूकंप के वक्त लिफ्ट का इस्तेमाल तो भूलकर भी न करें।
- भूकंप आने पर अगर आप घर में हैं तो दरवाजे, खिड़कियों और दीवारों से दूर रहें।
- भूकंप के समय अगर आप घर में हैं तो बाहर न निकलें। जहां हैं वही खुद को सुरक्षित करने के प्रयास करें।
- भूकंप के वक्त अगर आप घर से बाहर है तो कोशिश करें कि ऊंची इमारतों और बिजली के खंभों से दूर रहें।