Hindi Newsदेश न्यूज़delhi air again polluted after three months

प्रदूषण का प्रकोप: दिल्ली की हवा तीन महीने बाद फिर हुई खराब

लगभग तीन महीने बाद दिल्ली की हवा फिर खराब हो गई है। राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार को 211 के अंक पर पहुंच गया। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि...

Madan Tiwari नई दिल्ली, संजय कुशवाहा, Fri, 11 Oct 2019 03:52 AM
share Share
Follow Us on

लगभग तीन महीने बाद दिल्ली की हवा फिर खराब हो गई है। राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार को 211 के अंक पर पहुंच गया। इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता की स्थिति और खराब होने के आसार हैं।

दिल्ली के लोगों ने कई वर्षों बाद करीब तीन महीनों तक साफ-सुथरी हवा में सांस ली। लेकिन, अब यह राहत समाप्त हो चुकी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक 14 जुलाई को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 235 के अंक पर यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया था। इसके बाद से लगातार एक्यूआई 200 के अंक के नीचे ही रहा है। इस बीच सबसे ज्यादा साफ-सुथरी हवा 17 और 18 अगस्त को रही, जब एक्यूआई 50 के अंक के भी नीचे रहा। बीते तीन दिनों में एक्यूआई में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। बुधवार के दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 173 के अंक पर था। लेकिन, गुरुवार को इसमें 38 अंकों की बढ़ोतरी हुई और यह खराब श्रेणी में पहुंच गया।

बीते छह दिन में दोगुनी हुई प्रदूषण की मात्रा

राजधानी में बीते छह दिनों में प्रदूषण की मात्रा दोगुने से ज्यादा बढ़ गई है। 5 अक्तूबर को जहां दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 98 के अंक पर यानी संतोषजनक श्रेणी में था। वहीं, 10 अक्तूबर को यह 211 के अंक पर यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, इस प्रकार बीते छह दिनों में इसमें 113 अंक की बढ़ोतरी हुई है। 

हवा की दिशा में आया बदलाव भी बड़ी वजह

राजधानी में प्रदूषण में बढ़ोतरी के पीछे हवा की दिशा में आए बदलाव को बड़ी वजह माना जा रहा है। बुधवार को हवा की दिशा पूर्व की ओर से थी। जबकि, गुरुवार को यह पश्चिम की तरफ से हो गई है। इसके चलते हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा बढ़ी है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामले बढ़े हैं। हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम होने पर ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ेगी। 

-235 अंक थी वायु गुणवत्ता 14 जुलाई को 
-49 अंक पर रहा था 17 व 18 अगस्त को
-113 अंक की बढ़ोतरी हुई बीते छह दिन में

अगला लेखऐप पर पढ़ें