बिपरजॉय से बचने की क्या तैयारी कर रहा गुजरात? जानिए सुरक्षित रहने के लिए क्या करें और क्या न करें?
गुजरात ही नहीं बल्कि, बिपारजॉय का प्रभाव महाराष्ट्र और राजस्थान में भी महसूस किया जा सकता है। भारतीय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने क्या करें और क्या न करें को लेकर कई दिशानिर्देशों जारी किए हैं।

Cyclone Biparjoy Latest Updates बेहद भयंकर चक्रवाती तूफान बिपारजॉय गुजरात तट से 300 किलोमीटर से भी कम दूरी पर है। गुरुवार दोपहर को इसके टकराने की भविष्यवाणी की गई है। आपदा प्रबंधन एजेंसियां और राज्य प्राधिकरण चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को समय पर सुरक्षित निकाला जा सके। मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि गुजरात में कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर जिलों में 15 जून को 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश हो सकती है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आने की आशंका है।
केवल गुजरात ही नहीं बल्कि, चक्रवात बिपारजॉय का प्रभाव महाराष्ट्र और राजस्थान में भी महसूस किया जा सकता है। भारतीय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने लोगों को क्या करें और क्या न करें को लेकर कई दिशानिर्देशों जारी किए हैं।
चक्रवात बिपरजॉय के दौरान क्या करें और क्या न करें:
जब घर के अंदर हों, तब क्या करें?
- बिजली के मेन स्विच और गैस की सप्लाई बंद कर दें।
- दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।
- यदि आपका घर असुरक्षित है, तो चक्रवात आने से पहले ही वहां से निकल जाएं।
- रेडियो/ट्रांजिस्टर को जरूर सुनें।
- उबला हुआ/क्लोरीनयुक्त पानी पिएं।
- केवल आधिकारिक चेतावनी पर ही भरोसा करें।
अगर बाहर हैं तब क्या करें?
- किसी भी क्षतिग्रस्त यानी टूटे हुए मकानों में न घुसें।
- टूटे हुए बिजली के खंभों और तारों और अन्य नुकीली वस्तुओं से सावधान रहें।
- जितनी जल्दी हो सके एक सुरक्षित आश्रय की तलाश करें।
चक्रवात चले जाने के बाद क्या करें?
- जहां सुरक्षित आश्रय मिला हुआ है वहां तब तक रहें जब तक आपको सूचित न किया जाए कि आप अपने घर वापस जा सकते हैं।
- चक्रवात के बाद बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है इसलिए तुरंत टीका लगवाएं।
- लैम्प पोस्ट से किसी भी ढीले और लटकते तारों को टच करने से बचें।
- अगर आपको ड्राइव करना पड़ रहा है, तो बेहद ध्यान से ड्राइव करें।
- अपने घर या पड़ोस में इकट्ठा हुआ मलबा/कचरा तुरंत साफ करें। बीमारियों का खतरा कम हो जाएगा।
- उपयुक्त अधिकारियों को सही नुकसान की रिपोर्ट करें।
क्या तैयारी कर रहा गुजरात?
चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के गुजरात के तटीय क्षेत्र के पास कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के निकट पहुंचने की संभावना के मद्देनजर मंगलवार को बचाव अभियान को और तेज किया जाएगा और सरकार तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएगी। कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी तटीय जिलों के प्राधिकारियों ने तटरेखा के निकट रह रहे लोगों को किसी सुरक्षित जगह ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे हजारों लोगों को मंगलवार से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा।
कब और कहां टकराएगा तूफान?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘‘वीएससीएस (बहुत प्रचंड चक्रवाती तूफान) बिपारजॉय 13 जून, 2023 को भारतीय समयानुसार देर रात ढाई बजे (सोमवार को आधी रात के बाद) पूर्वोत्तर और आस-पास के पूर्वी मध्य अरब सागर में पोरबंदर से लगभग 290 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम और जखाऊ बंदरगाह से 360 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। यह 15 जून की शाम तक वीएससीएस के रूप में जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र और कच्छ से गुजरेगा।’’