भीषण चक्रवाती तूफान दाना के कारण 1,75,000 एकड़ (69,995 हेक्टेयर) भूमि पर फैली फसल के नष्ट हो जाने की आशंका है। अनुमानित रूप से 2,80,000 एकड़ (1,12,310 हेक्टेयर) भूमि पर उपजी फसल के जलमग्न होने का संदेह है।
भद्रक में NDRF इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार ने कहा, ‘हम विभिन्न स्थानों पर सड़क साफ करने में लगे हुए हैं। अब तक हमने 100 मीटर सड़क साफ कर दी है। भद्रक जिले में हमारी कुल 3 टीमें हैं।’
चक्रवात दाना के आगमन पर IMD भुवनेश्वर की निदेशक डॉ. मनोरमा मोहंती ने कहा, ‘चक्रवात ने उत्तर-पश्चिमी भाग में गति पकड़ी है। चक्रवात की गति 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा है।’
चक्रवात मिचौंग मंगलवार की शाम आंध्र प्रदेश के तट से टकरा गया है। इसके बाद यह लगातार कमजोर हो रहा है। हालांकि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बारिश की गतिविधियां जारी हैं।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि केवल दक्षिण ही नहीं बल्कि उत्तर भारत के भी कई राज्यों में मिचौंग चक्रवात का असर देखने को मिलेगा। चेन्नई में 80 साल की चक्रवाती बारिश का रिकॉर्ड टूट गया है।
बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात हमून बुधवार को तट से टकराने वाला है। यह बांग्लादेश के तट से टकराएगा लेकिन पूर्वोत्तर के राज्यों में मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है।
मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार रात तेज बारिश हुई जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। आईएमडी ने गुरुवार को कई इलाकों में भारी बारिश और बिजली गिरने की भविष्यवाणी की है।
चक्रवात के प्रभाव के चलते बांध भर गए हैं, इससे पहले ऐसा कभी नही हुआ है। पहले भी कई तूफान आए थे लेकिन ऐसी बारिश और पानी का बहाव देखने को नहीं मिला है।
गुजरात से राजस्थान होते हुए उत्तर प्रदेश की तरफ बढ़ रहे तूफान बिपरजॉय ने मध्य प्रदेश का रुख कर लिया है। प्रदेश के मौसम पर इसका असर दिखाई देने लगा है। सोमवार को ज्यादातर जिलों में बादल छाए रहे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार और बुधवार को होने वाला बूंदी, कोटा, झालावाड़ और दौसा का दौरा रद्द कर दिया है और मुख्यमंत्री मंगलवार और बुधवार को बिपरजॉय चक्रवात से प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कम है, जबकि बिपरजॉय तूफान का असर ज्यादा है। बारिश के कारण अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया।
गुजरात में आए चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के बीच 10-20 नहीं बल्कि सैकड़ों घरों में किलकारियां गूंजीं। राज्य में बिपरजॉय तूफान के दौरान कुल 707 महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया।
राजस्थान के जालोर, सिरोही और बाड़मेर जिलों में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वजह से हुई भारी बारिश के कारण लोगों को बाढ़ जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। सरकार और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर हैं।
MP Weather Updates: मध्य प्रदेश में आज से मौसम का मिजाज बदल जाएगा। सूबे में बिपरजॉय एक्टिव होने से 22 जून तक कई जिलों में आंधी -पानी की संभावना है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
बिपरजॉय का सबसे ज्यादा असर सांचौर जिले में देखने को मिला। भारी बारिश की वजह से सुरवा बांध टूट गया। बांध टूटने से नर्मदा लिफ्ट नहर में भी पानी बढ़ गया और बाद में इससे नहर भी टूट गई।
बिपरजॉय के चक्रवाती तूफान से धीरे-धीरे कम होकर एक दबाव क्षेत्र में तब्दील होने के बाद उत्तरी गुजरात के कुछ हिस्सों में पिछले 24 घंटे के दौरान बेहद भारी बारिश हुई। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी
गुजरात में हुए नुकसान का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, 'इस आपदा में केवल 47 लोग घायल हुए हैं और उनमें से भी कोई इस प्रकार से चोटिल नहीं है कि उसे गंभीरता की श्रेणी में रखा जाए।'
अरब सागर में उठे चक्रवात 'बिपारजॉय' के असर से राजस्थान के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश हुई। एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात के कारण राजस्थान में गहरा दबाव क्षेत्र बन गया है
IMD ने बताया कि गुरुवार शाम को बिपरजॉय तूफान जखाऊ बंदरगाह पर तट से टकराया था। आईएमडी ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव से राज्य के कई उत्तरी जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव से राज्य के कई उत्तरी जिलों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जखौ और मांडवी में चक्रवात प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का कहर अब कम होने लगा है। इस महातूफान की हवा की गति अब कम हो गई है। हालांकि अभी भी मौसम विभाग ने गुजरात और राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चक्रवात बिपरजॉय से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का जायजा लेने के लिए शनिवार को गुजरात के कच्छ जिले और जखौ बंदरगाह का दौरा करेंगे।
गुजरात में बिपरजॉय चक्रवात ने जमकर तबाही मचाई। सूबे के 8 प्रभावित जिलों में आंशिक और पूर्णरूप से कुल मिलकर 719 मकानों को नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने हाई लेवल मीटिंग में इसकी पुष्टि की है।
बिपरजॉय तूफान भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए मुश्किलें लेकर आया। हालांकि दोनों देशों में इस तूफान से निपटने के तरीकों में खासा अंतर दिखा। भारत में काफी पहले से ही इससे निबटने की तैयारी थी।
चक्रवात बिपरजॉय भारत के इतिहास में सबसे लंबी अवधि का तूफान था। गुरुवार को तूफान गुजरात के तट से टकराया और तबाही के भयावह मंजर पीछे छोड़ गया। इस दौरान 700 से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ।
गुजरात में बिपरजॉय तूफान की तबाही के बाद अब जलभराव की समस्या सामने आ रही है। सूबे के मांडवी में पानी भरा हुआ है। जिसके चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
बिपरजॉय के असर के कारण गुरुवार रात से ही राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। उदयपुर, जालौर, सिरोही, बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर और आसपास के इलाकों में शुक्रवार को अच्छी बारिश हुई।
बिपरजॉय तूफान गुजरात के बाद शुक्रवार को राजस्थान पहुंच गया है। बाड़मेर तेज हवाओं के साथा भारी बारिश हो रही है। जैसलमेर, सिरोही और जोधपुर में आंधी-बारिश का दौरा जारी है। प्रशासन मुस्तैद है।
राजधानी दिल्ली में भी बिपरजॉय तूफान का असर देखने को मिला। इस कारण कई जगहों पर शुक्रवार को दोपहर बाद तेज हवा के साथ हल्की बारिश हुई। इसके चलते लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली।
चक्रवात से हुई तबाही के बाद गुजरात सरकार के सामने करीब 1,000 गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल करने और सड़कों पर गिरे पेड़ों को हटाने की तत्काल चुनौती है।