मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को मिली Z कैटिगरी की सुरक्षा, आईबी से खतरे का मिला था इनपुट
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को जेड कैटिगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। खुफिया एजेंसी आईबी की ओर से दिए गए इनपुट के आधार पर गृह मंत्रालय ने उन्हें यह सुरक्षा कवर देने का फैसला किया है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को जेड कैटिगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। आईबी के इनपुट के आधार पर गृह मंत्रालय ने उन्हें यह सुरक्षा कवर देने का फैसला किया है। बीते कुछ समय से चुनाव आयोग पर विपक्षी दलों की ओर से आरोप भी लगाए हैं कि वह सरकार के इशारे पर काम कर रहा है। विपक्षी दलों पर ऐक्शन लिया जा रहा है, जबकि भाजपा के नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इस बीच चुनाव आयोग ने होम मिनिस्ट्री से मांग की है कि बंगाल में अर्ध सैनिक बलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां सुरक्षा के लिए तैनात की जाएं ताकि चुनाव बिना किसी दखल के हो सकें।
सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग के आदेश पर होम मिनिस्ट्री की ओर से सीआरपीएफ की 55 कंपनियों और बीएसएफ की 45 कंपनियों की तैनाती की जानी है। चुनाव अधिकारियों ने आदेश दिया है कि 15 अप्रैल तक या फिर उससे पहले ही अर्धसैनिक बलों की 100 अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात कर दिया जाए। इससे पहले बुधवार को चुनाव आयोग ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की एक मीटिंग बुलाई थी। इसमें कानून-व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया गया था।
पश्चिम बंगाल में अतिरिक्त बलों की तैनाती का आदेश इसलिए भी अहम है क्योंकि वहां चुनावी हिंसा का पुराना इतिहास रहा है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 7 चरणों में चुनाव होना है। 19 अप्रैल को पहले राउंड की वोटिंग होगी और 1 जून को आखिरी चरण का मतदान होगा। इसके अलावा 4 जून को परिणाम आएगा। बता दें कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं। 2019 के आम चुनाव में टीएमसी ने राज्य की 22 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि भाजपा के 18 उम्मीदवार विजयी हुए थे। इस बार भाजपा का दावा है कि वह पहले नंबर पर आएगी। यही नहीं चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने भी बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भाजपा के सबसे ज्यादा सीटें जीतने की भविष्यवाणी की है।