Hindi Newsदेश न्यूज़BJP Sultanpur Maneka Gandhi on Robert Vadra Rahul Gandhi Varun Lok Sabha elections - India Hindi News

देश दामादों से आगे बढ़ चुका है, राजनीति से ब्रेक लें राहुल; बेटे वरुण पर भी बोलीं मेनका गांधी

मेनका से पूछा गया कि राबर्ट वाड्रा अमेठी से चुनाव लड़ते हैं तो कितना मजबूत रहेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए राजनीतिक अनुभव जरूरी है। ये देश दामादों की राजनीति से आगे बढ़ चुका है।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, सुल्तानपुरThu, 11 April 2024 04:36 PM
share Share

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार मेनका गांधी ने कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं पर खूब तंज कसा। उन्होंने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर भी निशाना साधा। दरअसल रॉबर्ट वाड्रा की अमेठी सीट से कथित दावेदारी की चर्चाएं चल रही हैं। खुद वाड्रा ने इसको लेकर टिप्पणी की थी। अब मेनका गांधी ने रॉबर्ट वाड्रा को लेकर कहा कि उन्हें राजनीति का अनुभव नहीं है। 

इंडिया टीवी से बात करते हुए मेनका गांधी ने रॉबर्ट वाड्रा को लेकर कहा कि यह देश दामादों से आगे बढ़ चुका है। रॉबर्ट वाड्रा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति हैं। मेनका से पूछा गया कि रॉबर्ट वाड्रा अमेठी से चुनाव लड़ते हैं तो कितना मजबूत रहेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए राजनीतिक अनुभव जरूरी है। ये देश दामादों की राजनीति से आगे बढ़ चुका है। 

इसके अलावा, उन्होंने अपनी जेठानी के बेटे यानी राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें राजनीति से ब्रेक ले लेना चाहिए। कांग्रेस पार्टी तभी आगे बढ़ सकती है, जब उसके पास कोई बड़ा आईडिया या नेता हो। उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी तंज कसा। ऐसी अटकलें हैं कि प्रियंका अपनी मां की सीट रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं। इस पर मेनका ने कहा कि वे आएं तो सही। उन्होंने कहा कि रायबरेली से उनकी (प्रियंका) दादी (इंदिरा गांधी), उनकी मां (सोनिया गांधी) चुनाव लड़ चुकी हैं। इसलिए उस सीट पर परिवार का असर तो होगा ही।  

वरुण गांधी को बीजेपी द्वारा उम्मीदवार नहीं बनाए जाने पर मेनका गांधी ने कहा कि वह पार्टी के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगी। 2019 के लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से चुनाव लड़ा था। वरुण गांधी के कांग्रेस से लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम। वह जो भी करेंगे देशहित में होगा। पीलीभीत से टिकट काटे जाने का फैसला पार्टी का है, लेकिन वहां की जनता मायूस है।

पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र में पिछले तीन दशक से भी ज्यादा वक्त तक अपना दबदबा कायम रखने वाले मां-बेटे यानी मेनका गांधी और वरुण गांधी इस बार इस सीट के चुनावी रण से बाहर हैं। वरुण का टिकट काटने के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) यहां अपने नए प्रत्याशी जितिन प्रसाद को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा रही है।

मेनका गांधी और वरुण गांधी वर्ष 1996 के बाद से पीलीभीत सीट पर भाजपा का झंडा लहराते रहे हैं लेकिन इस बार पार्टी ने मौजूदा सांसद वरुण गांधी के बजाय प्रदेश सरकार में लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा है। पीलीभीत में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा।

अगला लेखऐप पर पढ़ें