पूरी स्टडी करके नाम भेजें; दो टिकटों की वापसी से अलर्ट भाजपा हाईकमान, राज्यों को दिया आदेश
भोजपुरी गायक पवन सिंह और बाराबंकी से उपेंद्र रावत की टिकट वापसी के बाद भाजपा अलर्ट हो गई है। अब पार्टी ने फैसला लिया है कि किसी भी कैंडिडेट के नाम के ऐलान से पहले पूरी स्क्रीनिंग की जाएगी।
लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की भाजपा की पहली जारी होते ही 2 कैंडिडेट्स ने टिकट वापस कर दिया। आसनसोल से पवन सिंह और बाराबंकी सीट से उपेंद्र रावत ने केंद्रीय नेतृत्व को अपील करते हुए चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। इसकी वजह थी कि पवन सिंह अश्लील और द्विअर्थी भोजपुरी गीतों को लेकर घिरे थे तो वहीं उपेंद्र सिंह रावत का एक वीडियो वायरल था। इन दोनों मामले के चलते भाजपा को भी किरकिरी झेलनी पड़ी। अब इससे सबक लेते हुए नेतृत्व ने उम्मीदवारों की पूरी स्क्रूटनी का फैसला लिया है और पर्याप्त स्क्रीनिंग के बाद ही किसी नेता के नाम का ऐलान किया जाएगा।
यही नहीं जो भी नेता किसी और दल से भाजपा में आना चाहेंगे, उनकी भी पूरी स्क्रीनिंग की जाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बुधवार को मीटिंग होने वाली है और उसके बाद दूसरी लिस्ट का ऐलान हो सकता है। इससे पहले राज्य यूनिट्स को निर्देश दिया गया है कि वे पैनल में शामिल नामों का फिर से आकलन करें ताकि किसी तरह की कोई चूक न हो। यूनिट्स से कहा गया है कि संभावित दावेदारों के प्रोफाइल, उनके बैकग्राउंड और कामकाज की पूरी जानकारी जुटा ली जाए। तभी उनके नाम को आगे बढ़ाया जाए। यदि किसी के खिलाफ कोई आपराधिक केस है तो उसकी भी पूरी जानकारी होनी चाहिए।
पार्टी के एक नेता ने कहा कि उम्मीदवारों के नामों पर विचार करने से पहले कई चीजों को परखा जाता है। फिर भी जिताऊ होना एक अहम फैक्टर होता है और अंतिम फैसला उसको ध्यान में रखते हुए ही होता है। बता दें कि शनिवार को लिस्ट आई थी और संडे को ही आसनसोल सीट से पवन सिंह ने टिकट वापस कर दिया था। उनका कहना था कि मैं पार्टी का आभारी हूं, लेकिन निजी कारणों से चुनाव लड़ना मेरे लिए संभव नहीं होगा। सूत्रों का कहना था कि पवन सिंह के कई ऐसे गाने रहे हैं, जो द्विअर्थी हैं और अश्लील हैं। इसके चलते उनकी सोशल मीडिया पर खासी आलोचना हो रही थी। खासतौर पर महिला विरोधी छवि बन रही थी।
भाजपा के एक नेता ने कहा कि सभी राज्यों से फीडबैक लिए जाते हैं। उन पर गंभीरता से विचार करने के बाद ही फैसला होता है। फिर भी पवन सिंह के मामले में कुछ चीजें नजरअंदाज हो गई थीं। वहीं उपेंद्र सिंह रावत का एक वीडियो वायरल हो रहा था। इसे लेकर उपेंद्र रावत ने खुद ही टिकट लौटा दिया और कहा कि जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। भले ही उपेंद्र सिंह रावत ने कहा कि ये वीडियोज फेक हैं, लेकिन उसके बाद भी पार्टी ने इस मामले को गंभीर माना है।