INDIA गठबंधन में रहना है तो रहो या रास्ता नापो... उद्धव गुट के नेता ने किसे कही चुभने वाली बात
- चुनाव में मिली करारी हार के बाद विपक्षी गठबंधन में दरार दिखनी शुरू हो गई है। उद्धव गुट के प्रवक्ता ने एक टीवी चैनल में इंडिया गठबंधन के साथी दलों पर जमकर भड़ास निकाली। कहा कि जिसे रहना है रहो, या रास्ता नापो।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसकी बानगी सोमवार को तब देखने को मिली, जब शिवसेना यूबीटी यानी उद्धव गुट के प्रवक्ता इंडिया गठबंधन के साथी दलों पर भड़क गए। पार्टी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने एक टीवी चैनल में बातचीत के दौरान चुनाव में मिली करारी हार का ठीकरा गठबंधन के साथियों पर फोड़ा। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि मंदिर या हिंदुत्व की बात करो या बाबरी मस्जिद गिराने की। मस्जिद गिराने का गर्व शिवसैनिकों को आज भी है। इससे अगर इंडिया गठबंधन के साथियों को दिक्कत होती है तो हमें फर्क नहीं पड़ता। अगर किसी को रहना है तो रहो वरना रास्ता नापो।
शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने न्यूज 24 के साथ बातचीत के दौरान कहा कि "नरेंद्र मोदी जी को हराया जा सकता है, लेकिन उसके लिए उनकी तरह सोचना होगा। अगर 2014 का चुनाव अपवाद मानकर छोड़ भी दिया जाए, तो भी 2019 और 2024 का चुनाव उन्होंने अपने दम पर जीता है। घर बैठकर नहीं जीता। उसकी प्लानिंग करके जीता। इतना ही नहीं जीतकर भी शांत नहीं बैठे, 2029 की तैयारी भी शुरू कर दी है। वहीं, दूसरी ओर इंडिया गठबंधन, कोई अलग दिशा में कोई अलग दिशा में लगा है।"
आनंद दुबे ने आगे कहा, "ममता बनर्जी दीदी जिन्होंने इंडिया गठबंधन की संरचना की। वो पहली मीटिंग में आईं भी थी। क्या हुआ नीतीश कुमार अलग दिशा में चले गए। ममता दीदी बंगाल चलीं गई। ये लोग जो अपने को मठाधीश समझते हैं? क्या इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती?"
शरद पवार की पुरानी कथनी याद आती है...
आनंद दुबे ने आगे कहा, "मुझे शरद पवार की कथनी याद आती है। उन्होंने बहुत साल पहले कहा था कि कांग्रेस उस जमींदार की तरह है, उनके पास 100 बीघा जमीन है, एक हवेली है, लेकिन अब आय का साधन नहीं है तो पुताई का पैसा नहीं है। उसी गांव का एक नौजवान एक बड़ा महल बना लेता है। किसकी गलती है? आप अपने में परिवर्तन नहीं ला रहे। हम हरियाणा हारे, महाराष्ट्र हारे... बदलाव नहीं। हम कह रहे हैं कि बदलाव लाइए। अगर नरेंद्र मोदी जी को हराना है तो उनकी तरह काम करना होगा।"
ममता दीदी से सीखें सभी विपक्षी दल
आनंद दुबे ने कहा, "ममता दीदी से विपक्षी दलों को सीखना चाहिए। ममता दीदी 2016 में जीती, 2021 का चुनाव अपने दम पर जीतीं। और किससे जीतीं। अपनी सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी भाजपा को हराया। देश की सभी विपक्षी पार्टियों को सीखना चाहिए कि भाजपा को कैसे हराया जा सकता है? कब तक ऐसा चलेगा? "