हरेक KM के लिए 20 रुपये टोल टैक्स, ट्विन-ट्यूब टनल बनने से पहले ही बढ़ा विवाद; टेंशन में यात्री
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले वर्षों के लिए टोल की गणना थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर 5 फीसदी वार्षिक वृद्धि की दर की जाएगी। टोल राजस्व के लिए आधार वर्ष वित्त वर्ष 2030-31 है।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक ट्विन-ट्यूब टनल रोड बननी है लेकिन उससे पहले ही उस पर विवादों की छाया मंडराने लगी है। दरअसल, इस टनल रोड के लिए जो DPR तैयार किया गया है, उसमें प्रस्तावित टोल दरों ने वहां के यात्रियों की चिंता बढ़ा दी है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा प्रकाशित गजट के आधार पर, हेब्बल और सिल्क बोर्ड जंक्शन को जोड़ने वाली इस ट्विन-ट्यूब सुरंग सड़क की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) में 16.6 किलोमीटर की दूरी के लिए 330 रुपये टोल का प्रस्ताव रखा गया है। यानी हरेक किलोमीटर के लिए 20 रुपये की दर से टोल टैक्स वसूलने का प्लान बनाया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले वर्षों के लिए टोल की गणना थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर 5 फीसदी वार्षिक वृद्धि की दर की जाएगी। टोल राजस्व के लिए आधार वर्ष वित्त वर्ष 2030-31 है। महत्वपूर्ण बात यह है कि टोल अनुमान केवल कारों के लिए प्रस्तावित किए गए हैं, अन्य वाहनों का फिलहाल इसमें कोई उल्लेख नहीं है और माना जा रहा है कि दूसरे वाहनों के लिए यह दर और ज्यादा हो सकता है। सभी टोल राजस्व गणनाओं के लिए वित्त वर्ष 2030-31 को आधार वर्ष के रूप में निर्धारित किया गया है।
नई दिल्ली स्थित रोडिक कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, जिसे बेंगलुरु में 18 किलोमीटर लंबी सुरंग सड़क के लिए DPR तैयार करने का काम सौंपा गया था, ने परियोजना रिपोर्ट में महाराष्ट्र के मालेगांव और नासिक के बीच यातायात की समस्याओं का उल्लेख कर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस रिपोर्ट के लिए कुल 9.5 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। डीपीआर का उद्देश्य बेंगलुरु में हेब्बल एस्टीम मॉल जंक्शन को सिल्क बोर्ड जंक्शन से जोड़ने वाली सुरंग सड़क की योजना की रूपरेखा तैयार करना था।
हालांकि, रिपोर्ट में कुछ बड़ी गलतियां हैं। बेंगलुरु की सड़कों के लिए रोडिक कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार की गई डीपीआर में मालेगांव और नासिक के बीच यातायात की स्थिति का क्यों उल्लेख किया गया है। इस गलती ने संबंधित अधिकारियों का ध्यान खींचा है और डीपीआर तैयार करने वाली कंसल्टेंसी की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगा दिया है। डीपीआर के मुताबिक, 16.3 किलोमीटर के लिए 320 रुपये, 12.79 KM लंबी हेब्बल-होसुर मेन रोड के लिए 250 रुपये का टोल प्रस्तावित किया गया है। इसी तरह 9.05 किलोमीटर लंबी हेब्बल सेसाद्री रोड के लिए 180 रुपये टोल का प्रस्ताव है।