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बांग्लादेशी उच्चायोग के बाहर उमड़ा हुजूम, हिंदुओं पर हिंसा के खिलाफ फूटा दिल्ली में गुस्सा

  • बांग्लादेश के उच्चायोग के बाहर दिल्ली में बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के लोग जुटे हैं। इन लोगों ने डिमांड की है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को तुरंत रोका जाए और ऐसा करने वालों के खिलाफ ऐक्शन हो। यह प्रदर्शन दिल्ली स्थित बांग्लादेशी उच्चायोग के बाहर हो रहा है।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 10 Dec 2024 12:19 PM
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बांग्लादेश के उच्चायोग के बाहर दिल्ली में बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के लोग जुटे हैं। इन लोगों ने डिमांड की है कि बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को तुरंत रोका जाए और ऐसा करने वालों के खिलाफ ऐक्शन हो। यह प्रदर्शन दिल्ली स्थित बांग्लादेशी उच्चायोग के बाहर हो रहा है। इसमें सैकड़ों लोग जुटे हैं, जो विभिन्न हिंदू संगठनों के आह्वान पर पहुंचे हैं। इस दौरान लोगों ने हिंदुओं की हत्या बंद करो-बंद करो और इस्कॉन के संतों को रिहा करो जैसे नारे लगाए। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ हाय-हाय के भी नारे लगाए गए। इन प्रदर्शनकारियों का कहना था कि संयुक्त राष्ट्र तमाम मामलों पर बात करता है, लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर कुछ नहीं कहता।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसी संस्थाएं भी हिंदुओं पर भीषण अत्याचार के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहीं। आंदोलन में शामिल लोग किसी एक संगठन के आह्वान पर नहीं जुटे बल्कि अलग-अलग हिंदू संस्थाओं की ओर से आए थे। इसके अलावा बड़ी संख्या में सिविल सोसायटी के लोग भी शामिल हैं। इससे पहले मुंबई में भी बांग्लादेश के कौंसुलेट के बाहर प्रदर्शन हुआ था और हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार पर ऐक्शन की मांग की गई थी। यही नहीं रविवार को देश के अलग-अलग हिस्सों में जिला स्तर पर बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को लेकर प्रदर्शन हुए थे।

बता दें कि सोमवार को ही विदेश सचिव विक्रम मिसरी बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की थी। इस मीटिंग के दौरान भारत की ओर से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा रोके जाने की मांग भी की गई थी। इस पर विदेश मामलों के एक्सपर्ट रॉबिंदर सचदेव ने कहा कि अब हमें कुछ वक्त इंतजार करन चाहिए कि बांग्लादेश कुछ ऐक्शन ले। यदि अब भी वह कोई कदम नहीं उठाता है तो यह साफ संकेत होगा कि वह भारत के साथ अच्छे रिश्ते नहीं चाहता।

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