4 साल बाद तृणमूल से कांग्रेस में लौटे प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी, बोले- गलती हो गई थी
- पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी 4 साल तृणमूल कांग्रेस में रहने के बाद वापस कांग्रेस में लौट हो गए हैं। इससे पहले 2021 के बंगाल चुनावों के नतीजों के बाद अभिजीत मुखर्जी ममता बनर्जी की पार्टी में शामिल हो गए थे।
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पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के बेटे और पूर्व लोकसभा सांसद अभिजीत मुखर्जी ने 4 साल तृणमूल कांग्रेस में रहने के बाद वापस कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। बुधवार को अभिजीत मुखर्जी पश्चिम बंगाल कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के राज्य यूनिट के आब्जर्वर गुलाम अहमद मीर की मौजूदगी में एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए। इस दौरान 65 वर्षीय अभिजीत मुखर्जी ने मीडिया से बातचीत करते हुआ कहा है कि कांग्रेस को छोड़ना एक गलती थी और उन्हें इस बात का पछतावा भी है। बता दें कि अभिजीत 2021 के बंगाल चुनावों के नतीजों के बाद ममता बनर्जी की पार्टी में शामिल हो गए थे
कांग्रेस में दोबारा शामिल होने के बाद अभिजीत ने कहा, “कांग्रेसी आदमी कांग्रेस में ही वापस आएगा यह नेचुरल है। मैं ये बोलना चाहता हूं कि मुझसे गलती हो गई थी। कांग्रेस छोड़ने का पछतावा है।” उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस के पास बंगाल में एक भी सीट नहीं है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। अगर हम शून्य को एक में भी बदल पाए तो यह हमारे लिए उपलब्धि होगी।”
2021 में थामा था तृणमूल कांग्रेस का हाथ
अभिजीत मुखर्जी के राजनीतिक सफर की बात करें तो उन्होंने राजनीति में आने से पहले कई कॉर्पोरेट फर्मों के साथ काम किया है। वे 2012 में अपने पिता प्रणव मुखर्जी के राष्ट्रपति बनने के बाद बंगाल के जंगीपुर से सांसद चुने गए थे। अभिजीत मुखर्जी ने 2014 के लोकसभा चुनावों में उन्हें एक बार फिर जीत मिली थी। हालांकि 2019 के चुनाव में वह तृणमूल कांग्रेस के खलीलुर रहमान से हार गए। 2021 के बंगाल चुनावों के बाद अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।
कांग्रेस की जरूरत नहीं- ममता बनर्जी
2021 में तृणमूल ज्वॉइन करने वाले अभिजीत मुखर्जी की कांग्रेस में वापसी पार्टी की पश्चिम बंगाल में खोई हुई प्रतिष्ठा हासिल करने के में मदद कर सकती है। कांग्रेस पार्टी के लिए वह पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की विरासत का प्रतिनिधित्व करते हैं जो कांग्रेस के दिग्गज नेता रह चुके हैं। वहीं राजनीतिक विशेषज्ञों के मुताबिक पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी की कांग्रेस में वापसी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए एक झटका हो सकता है। ममता बनर्जी ने हाल ही में यह कहा था कि बंगाल में भाजपा को हराने के लिए उन्हें कांग्रेस की जरूरत नहीं है।