रतन टाटा की सादगी पर वायरल हो रहा नितिन गडकरी का वीडियो, हैरान करने वाले किस्से
- नितिन गडकरी ने रतम टाटा के अपने घर आने का एक किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा, ‘रतन जी ने मुझे फोन किया कि नितिन तुम्हारे घर का रास्ता भूल गया हूं। मैंने कहा कि आप अपना फोन ड्राइवर को दीजिए। इस पर रतन टाटा ने कहा कि मेरे पास ड्राइवर नहीं है, मैं खुद ही गाड़ी चला रहा हूं।'
देश के दिग्गज कारोबारी रतन टाटा का बुधवार शाम को निधन हो गया। रतन टाटा भारत में एक कारोबारी के तौर पर ही नहीं बल्कि लीजेंड के तौर पर पहचान रखते थे। उन्हें उनके मानवीय स्वभाव, कमजोर वर्गों के प्रति चिंता और कर्मचारियों के हितों को सर्वोपरि रखने के लिए जाना जाता था। इन मूल्यों को उन्होंने अपने जीवन में भी उतारा था और सैकड़ों करोड़ की संपत्ति अपने नाम होने के बाद भी सादगी से ही रहते थे। यहां तक कि उनकी सादगी के किस्से लोग याद करते हैं। अपना काम खुद करने की आदत उन्होंने पूरी जिंदगी बरकरार रखी।
रतन टाटा से जुड़ा सादगी का ऐसा ही एक किस्सा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी एक आयोजन में सुनाया था, जो अब उनके निधन के बाद फिर से वायरल हो गया है। नितिन गडकरी कहते हैं, ‘रतन टाटा जी मेरे अच्छे मित्र रहे हैं। एक बार वह मुंबई के मालाबार हिल स्थित मेरे घर आ रहे थे तो रास्ता भूल गए। उन्होंने मुझे फोन किया कि नितिन तुम्हारे घर का रास्ता भूल गया हूं। मैंने कहा कि आप अपना फोन ड्राइवर को दीजिए। इस पर रतन टाटा ने कहा कि मेरे पास ड्राइवर नहीं है, मैं खुद ही गाड़ी चला रहा हूं।’
गडकरी कहते हैं, ‘इसके बाद एक बार मैं उन्हें नागपुर लेकर आया। उनके हाथ में एक बैग था और मैंने सरकारी कर्मचारी को कहा कि टाटा साहब का बैग ले लीजिए। इस पर भी रतन टाटा ने इनकार कर दिया। उनका कहना था कि मेरा बैग है और मैं ही उठाऊंगा। इसके वह जब गाड़ी में बैठे तो ड्राइवर के पास बैठ गए। मैं कहा कि टाटा साहब आप इधर बैठिए मैं वहां आ जाता हूं। इस पर उन्होंने कहा कि नहीं मैं यहीं पर बैठूंगा।’ नितिन गडकरी ने कहा कि आप सोचिए कितनी हैरानी की बात है कि सैकड़ों करोड़ की संपत्ति रखने वाला इतना बड़ा आदमी कितनी सादगी से रहता है। यह मेरे लिए भी प्रेरणा वाली बात थी।