Hindi Newsदेश न्यूज़Mysterious illness in Jammu Kashmir Rajouri village 60 year old woman dies toll goes up to 16

अब अचानक ही बुजुर्ग महिला की मौत, एक परिवार के 5 बच्चे मरे; रहस्यमयी बीमारी ने बढ़ाया डर

  • जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से कहा गया कि राजौरी जिले में हुई रहस्यमय मौतों के मद्देनजर स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है।

Niteesh Kumar हिन्दुस्तान टाइम्स, रवि कृष्णन खजुरियाFri, 17 Jan 2025 11:08 AM
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जम्मू-कश्मीर में रहस्यमयी बीमारी से मौत को लेकर लोगों के बीच डर बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार सुबह राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में 60 वर्षीय महिला की मौत हो गई। बीते 7 दिसंबर से अब तक इस रहस्यमयी बीमारी से मरने वालों की संख्या 16 हो गई है। मृतक की पहचान जत्ती बेगम के तौर पर हुई जो बधाल गांव की रहने वाली थी। इससे पहले 13 जनवरी को उनके 62 वर्षीय पति मोहम्मद यूसुफ की मौत हुई थी। तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार शाम बुजुर्ग महिला को राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। मेडिकल कॉलेज के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. शमीम चौधरी ने कहा, 'महिला को बचाने के सभी संभव प्रयास किए गए। इसके बावजूद शुक्रवार सुबह करीब 7.30 बजे उनकी मृत्यु हो गई।'

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इस बीच, यूसुफ के भतीजे मोहम्मद असलम की आखिरी संतान 16 वर्षीय यासमीन अख्तर कौसर को गुरुवार शाम जम्मू के एसएमजीएस अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया। असलम अब तक अपने 5 बच्चों को इस रहस्यमय बीमारी के कारण खो चुका है। सीनियर मेडिकल ऑफिसर ने कहा, 'असलम की सबसे बड़ी बेटी की हालत गंभीर है।' उन्होंने कहा कि अब तक हुई सभी 15 मौतों में देखा गया कि बुखार आने से पहले मरीज को बहुत पसीना आता है और फिर तंत्रिका तंत्र काम कमजोर हो जाता है।

मामले की जांच के लिए SIT का गठन

जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से कहा गया कि राजौरी जिले में हुई रहस्यमय मौतों के मद्देनजर स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि असामान्य बीमारी से 16 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। एक बच्चा एसएमजीएस अस्पताल में भर्ती है, जिसकी हालत गंभीर है। जांच और नमूनों से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि ये घटनाएं बैक्टीरिया या वायरस जनित किसी संक्रामक बीमारी के कारण नहीं हुई हैं। इसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य का कोई पहलू नहीं है। विशेष रूप से सभी सैंपल्स में किसी भी वायरस या बैक्टीरिया जनित बीमारी होने की आशंका को लेकर किए गए टेस्ट नेगेटिव रहे हैं। देश की कुछ सबसे प्रतिष्ठित प्रयोगशालाओं में विभिन्न नमूनों पर परीक्षण किए गए थे।

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