'हेलो, आपकी बेटी ने सुसाइड कर लिया'; कोलकाता महिला डॉक्टर के घरवालों को अस्पताल से आया फोन
- अस्पताल अधिकारी को यह समन भेजे जाने से पहले पुलिस टीम 7 जूनियर डॉक्टरों से पूछताछ कर चुकी है जिनमें इंटर्न, हाउस स्टाफ और पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी भी शामिल हैं। ये वे लोग हैं जो घटना की रात ड्यूटी पर थे।
बंगाल में सरकारी अस्पताल की महिला ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और हत्या का मामला गरमाया हुआ है। इस केस में पूछताछ के लिए कोलकाता पुलिस ने आरजी कर अस्पताल के सहायक अधीक्षक और चेस्ट मेडिसिन विंग के विभागाध्यक्ष (HoD) को बुलाया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ने ही सबसे पहले पीड़िता के परिवार वालों से बात की थी। उन्होंने उन लोगों बताया कि लड़की की मौत अस्पताल परिसर के अंदर आत्महत्या करने से हुई है। अब इसे लेकर मंगलवार को सुबह 11 बजे कोलकाता पुलिस मुख्यालय में उनसे पूछताछ होगी।
अस्पताल अधिकारी को यह समन भेजे जाने से पहले पुलिस टीम 7 जूनियर डॉक्टरों से पूछताछ कर चुकी है जिनमें इंटर्न, हाउस स्टाफ और पोस्ट-ग्रेजुएट ट्रेनी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये वे लोग हैं जो घटना की रात ड्यूटी पर थे। यह भी सामने आया है कि इन्होंने बलात्कार और हत्या से कुछ घंटे पहले 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के साथ डिनर किया था। सूत्रों के हवाले से यह भी बताया गया कि आने वाले दिनों में आरजी कर हॉस्पिटल के और डॉक्टरों को बुलाया जा सकता है। मालूम हो कि पीड़िता का शव 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। इस मामले में संजय रॉय नाम के आरोपी को अगले ही दिन गिरफ्तार कर लिया गया।
अपराध स्थल पर मौजूद सभी लोगों से होगी पूछताछ
इस बीच, राज्य सरकार के स्वामित्व वाले आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने अधीक्षक को हटाए जाने के एक दिन बाद इस्तीफा दे दिया। अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के अंदर बलात्कार और हत्या की घटना के बाद अधीक्षक को हटा दिया गया था। कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख को भी हटा दिया गया। शुक्रवार से काम बंद कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने न्यायिक जांच और अपराध में शामिल सभी लोगों को हटाने की मांग करते हुए आंदोलन तेज कर दिया। कोलकाता पुलिस ने 11 सदस्यीय एसआईटी गठित की है। शहर के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने कहा कि वह अपराध स्थल पर मौजूद सभी लोगों से पूछताछ करेंगे। उन्होंने कहा, 'हम उन सभी लोगों से पूछताछ करेंगे जो घटनास्थल के पास थे। हमने उन्हें एक हेल्पलाइन नंबर भी दिया है, ताकि अगर कोई हमसे गुमनाम रूप से बात करना चाहे तो वह हमसे संपर्क कर सके।'