अरुणाचल सीमा पर पहुंचे किरन रिजिजू, जवानों के साथ मनाई दिवाली; पूछा चीनी सैनिकों का भी हालचाल
- केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने भारतीय सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई। इस दौरान उन्होंने भारत के सीमावर्ती विकास की सराहना करते हुए इसे चीन के विकास से तुलना की।
अरुणाचल प्रदेश के बुमला पास पर केंद्रीय मंत्री और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरन रिजिजू ने भारतीय सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाई। इस दौरान उन्होंने भारत के सीमावर्ती विकास की सराहना करते हुए इसे चीन के विकास से तुलना की। रिजिजू ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "चीनी सैनिकों से बातचीत करने और बुनियादी ढांचे को देखने के बाद, हर कोई अब भारत के सीमा विकास पर गर्व महसूस करेगा।" उन्होंने आगे कहा, "बुमला में हमारे आर्मी जवानों के साथ दिवाली मनाई।"
उन्होंने कहा, "दिन की शुरुआत तवांग आर्मी हेलिपैड पर दिवाली मनाने के साथ की। हमारे बहादुर सैनिकों के साथ दिवाली मनाना मुझे गर्व और आभार का अनुभव कराता है। यह उनके समर्पण और साहस के कारण है कि हमारा देश सुरक्षित है। जय हिंद!"
इससे पहले किरन रिजिजू ने तवांग में 'रन फॉर यूनिटी' को झंडी दिखाने, सरदार वल्लभभाई पटेल की 'देश का वल्लभ' प्रतिमा का अनावरण करने और मेजर रालेग्नाओ बॉब खाथिंग के शौर्य संग्रहालय का उद्घाटन किया। मंत्री ने मणिपुर के तांगखुल नागा समूह से भी बातचीत की। उल्लेखनीय है कि यह समूह मेजर बॉब खाथिंग की प्रतिमा के अनावरण के लिए आया था।
उधर, भारत और चीन के बीच सैनिकों की वापसी के बाद भारतीय सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख के डेमचोक सेक्टर में गश्त शुरू की। यह तब हुआ जब दोनों देशों ने अपनी सेना बुलाने और एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) के आधार पर समन्वित गश्त शुरू करने पर सहमति जताई। भारतीय सेना के सूत्रों के अनुसार, डेमचोक सेक्टर में गश्त जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।
समन्वित गश्त का मतलब है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के गश्त कार्यक्रमों से अवगत रहेंगे। इस बीच दिवाली के अवसर पर दोनों देशों की सेनाओं ने लद्दाख के विभिन्न सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। भारतीय और चीनी सेनाओं ने हॉट स्प्रिंग्स, काराकोरम पास, दौलत बेग ओल्डी, कोंगकला और चुषुल-मोल्डो सीमा बैठक बिंदु पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।