नर्सिंग कॉलेज में रैगिंग करने वाले 5 छात्र निष्कासित, NHRC का भी डंडा; 10 दिनों में रिपोर्ट तलब
गिरफ्तार होने वालों में पांचों आरोपी कोट्टयम के सरकारी नर्सिंग कॉलेज के थर्ड ईयर के छात्र हैं। इन सभी पर फर्स्ट ईयर के छात्र के साथ बेरहमी करने के आरोप हैं।
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केरल के एक नर्सिंग कॉलेज में अपने जूनियर छात्रों की क्रूर रैगिंग करने वाले पांचों आरोपी सीनियर छात्रों के खिलाफ कॉलेज प्रशासन ने सख्त ऐक्शन लेते हुए उन्हें कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। राज्य सरकार ने भी इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। दूसरा तरफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने केरल पुलिस से 10 दिनों के भीतर इस मामले में रिपोर्ट मांगी है। रैगिंग की खबर और शिकायत होने के बाद केरल पुलिस ने पांच आरोपी छात्रों को कल (गुरुवार को) गिरफ्तार कर लिया था।
गिरफ्तार होने वालों में पांचों आरोपी कोट्टयम के सरकारी नर्सिंग कॉलेज के थर्ड ईयर के छात्र हैं। इन सभी पर फर्स्ट ईयर के छात्र के साथ बेरहमी करने के आरोप हैं। गिरफ्तार और कॉलेज से निष्कासित छात्रों में राहुल राज, एनएस जीवा, एनपी विवेक, रिगिल जीत और सैमुएल जॉनसन शामिल हैं। शिकायत में यह भी कहा गया कि वरिष्ठ छात्र शराब खरीदने के लिए नियमित रूप से रविवार को कनिष्ठ छात्रों से पैसे वसूलते थे और अकसर उनके साथ मारपीट करते थे।
इससे पहले, गुरुवार को सरकारी नर्सिंग कॉलेज में जूनियर छात्र की ‘क्रूर रैगिंग’ के विचलित करने वाले वीडियो सामने आए थे, जिसमें पीड़ित को एक खाट से बांधा गया और उसके शरीर पर बार-बार कंपास से वार करता हुआ दिखाया गया है। गांधीनगर पुलिस को प्राप्त फुटेज के अनुसार, पीड़ित के साथ इसके अलावा और भी कई तरह से बर्बरता की गई है।
लड़कों के छात्रावास में प्रथम वर्ष के नर्सिंग छात्रों को निशाना बनाकर आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया था। सरकारी मेडिकल कॉलेज के तहत संचालित नर्सिंग संस्थान में लगभग तीन महीने से रैगिंग जारी होने की शिकायत के चलते रैगिंग निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किए जाने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 118 (1) (जानबूझकर खतरनाक हथियारों या साधनों का उपयोग करके चोट पहुंचाना), 308 (2) (जबरन वसूली के लिए सजा) और 351 (1) (आपराधिक धमकी) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
जूनियर छात्रों ने आरोप लगाया कि यह घिनौनी रैगिंग करीब तीन महीने से चल रही है। पुलिस ने कहा कि यह नवंबर 2024 में शुरू हुई, जब प्रथम वर्ष के छात्रों की कक्षा शुरू हुई थी। इस बीच, एनएचआरसी ने इस घटना को नैतिक रूप से निंदनीय बताया है। उधर, कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी ‘यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (UDF) ने शुक्रवार को दावा किया कि कोट्टायम नर्सिंग कॉलेज रैगिंग मामले के आरोपियों के संबंध वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई से हैं।
नेता विपक्ष वी डी सतीशन ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में आरोप लगाया कि कोट्टायम रैगिंग मामले के आरोपी एसएफआई के सदस्य हैं और केरल सरकार नर्सिंग छात्र संघ (केजीएनएसए) के भी वामपंथी छात्र संगठन से संबंध हैं। हालांकि, उच्च शिक्षा मंत्री आर बिंदु ने कहा कि कोट्टायम रैगिंग की घटना में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आरोप है कि आरोपी वामपंथी संगठन केजीएनएसए से जुड़े हैं और उनमें से एक संगठन में महत्वपूर्ण पद पर है। हालांकि, एसएफआई ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा है कि उसका आरोपियों से कोई संबंध नहीं है। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)