Hindi Newsहरियाणा न्यूज़Ragging in Sonipat Women Medical College uproar over expulsion of 6 senior students

सोनीपत के महिला मेडिकल कॉलेज में रैगिंग, 6 सीनियर छात्राओं को निष्कासित करने पर हंगामा

  • एक सीनियर छात्रा ने बताया कि जब भी कोई नया बैच आता है तो उसको लेकर निदेशक और डीन से इंटेरोगेशन के लिए लिखित में मंजूरी लेनी होती है, जोकि ली गई थी।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तानThu, 16 Jan 2025 09:47 PM
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हरियाणा के सोनीपत ​जिले के खानपुर कलां के भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में एक फर्स्ट ईयर की छात्रा से रैगिंग के आरोप पर 6 सीनियर छात्राओं के निष्कासित करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आज इस मामले में सीनियर छात्राओं ने परिसर में जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि ये आरोप झूठे हैं। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बगैर उनका पक्ष जाने उनके निष्कासन के पत्र जारी कर दिए। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि जांच में सबको शामिल किया जाना चाहिए था। बिना पूरी जांच किए ही उन्हें दोषी ठहराया गया है। छात्राओं ने गेट पर जमकर हंगामा किया, जिसके बाद पुलिस बुलानी पड़ी।

सीनियर बोलीं- वॉट्सऐप मैसेज कर न मिलने का कारण पूछा था

एक सीनियर छात्रा ने बताया कि जब भी कोई नया बैच आता है तो उसको लेकर निदेशक और डीन से इंटेरोगेशन के लिए लिखित में मंजूरी लेनी होती है, जोकि ली गई थी। नए स्टूडेंट से तय दिनों के अंदर आपस में जान पहचान करवाई जाती है ताकि कोई छात्रा स्ट्रेस में न रहे क्योंकि कई बार स्ट्रेस के कारण सुसाइड के मामले हो जाते हैं। ऐसे में एक नई छात्रा को वॉट्सऐप मैसेज कर अपने सीनियर से नहीं मिलने की वजह पूछी थी। भला वॉट्सऐप से कोई कैसे रैगिंग कर सकता है? छात्रा ने उसने शिकायत दी है कि उसकी रैंगिंग हुई है लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है। कॉलेज द्वारा की गई कार्रवाई गलत है। इसकी शिकायक मेडिकल प्रशासन ने हमारे परिजनों को शिकायत की है और साथ ही कहा कि जो इंटर्न आएंगे, उनको फेल कर देंगे। हमें अपने हॉस्टल से कहीं बाहर नहीं जाने दिया जाता है। उनका कहना है कि या तो पूरे बैच के 23 छात्रों को रेस्टीकेट किया जाए या फिर किसी को नहीं। इस मांग के चलते कॉलेज में स्थिति और तनावपूर्ण हो गई है।

कल दोनों पक्षों की मीटिंग बुलाई, रेगिंग कतई बर्दाश्त नहीं: चिकित्सा अधीक्षक

महिला मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. धीरज ने बताया कि एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की छात्रा ने सीनियर छात्राओं पर रेगिंग का आरोप लगाया था। कॉलेज प्रशासन ने समिति गठित कर मामले की जांच शुरू की थी। जांच के दौरान आरोपों को सही मानते हुए उन छात्राओं को निष्कासित कर दिया, जिन पर रेगिंग का आरोप था। कॉलेज प्रशासन ने अब दोनों पक्षों के बीच मामले की शांतिपूर्ण समाधान के लिए वीरवार दोपहर बाद बैठक बुलाई है। डॉ. धीरज ने कहा कि कॉलेज में रेगिंग को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

रिपोर्ट: मोनी देवी

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