महिला ने डॉक्टर का पकड़ा कॉलर, जूते से मारा; भड़के हॉस्पिटल स्टाफ ने बंद किया OPD
- रिपोर्ट में बताया गया कि डॉक्टर घायल इरफान की जांच कर रहे थे। इसी दौरान मरीज के कुछ रिश्तेदार वहां पर आ गए। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया।
बेंगलुरु में चिकमगलुरु के अरालुगुप्पे मल्लेगौड़ा जिला अस्पताल में डॉक्टर पर हमले का मामला सामने आया है। इसके विरोध में डॉक्टर्स व कर्मचारियों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया और ओपीडी को बंद कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, एक महिला ने डॉक्टर के साथ मारपीट की। उसने उनका कॉलर पकड़ लिया और उस पर जूता भी फेंका। इमरजेंसी वार्ड में फिजिशियन वेंकटेश बीएस ड्यूटी कर रहे थे। इस दौरान मारपीट में घायल इरफान नाम के शख्स को इलाज के लिए लाया गया। हालांकि, इसी बीच अस्पताल के कर्मचारियों और मरीज के रिश्तेदारों में विवाद हो गया।
रिपोर्ट में बताया गया कि डॉक्टर घायल इरफान की जांच कर रहे थे। इसी दौरान मरीज के कुछ रिश्तेदार वहां पर आ गए। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। इस पर डॉक्टर ने उन लोगों को बाहर जाने के लिए कहा तो बहस छिड़ गई। वेंकटेश हालात पर काबू पाने की कोशिश कर रहे थे। मगर, मरीज की रिश्तेदार तसलीम नाम की महिला अचानक भड़क गई और उसने उनका कॉलर पकड़कर खींच दिया। सूत्रों ने बताया कि महिला ने अपना जूता उतारकर डॉक्टर के ऊपर भी फेंका।
हमला करने वालों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग
अस्पताल के डॉक्टर्स और कर्मचारी इस घटना को लेकर भड़के हुए हैं। आज उन्होंने ओपीडी को बंद कर दिया और विरोध-प्रदर्शन करने लगे। वे जिला सर्जन ऑफिस के सामने एकजुट हुए और डॉक्टर पर हमला करने वालों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग रखी। सरकारी अस्पताल के कर्मचारियों का विरोध-प्रदर्शन काफी देर तक जारी रहा। इसे देखते हुए जिला सर्जन कार्यालय ने स्थानीय पुलिस को पत्र भेजा है। इसमें घटना में शामिल व्यक्तियों पर डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार, हमला और जान को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है। साथ ही, आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की भी मांग रखी गई है।