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Hindi Newsदेश न्यूज़Jammu Kashmir Election 2024 more than 35000 Kashmiri Pandits to vote in first phase voting

35 हजार कश्मीरी पंडित जम्मू-कश्मीर चुनाव के पहले चरण में डालेंगे वोट, 6 उम्मीदवार भी मैदान में

  • जम्मू कश्मीर चुनाव में पहले चरण की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। पहले चरण के तहत 18 सितंबर को मतदान होंगे।

Jagriti Kumari पीटीआई, जम्मूTue, 17 Sep 2024 12:08 PM
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देश भर से 35,000 से ज्यादा विस्थापित कश्मीरी पंडित बुधवार को जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण में वोटिंग करेंगे। बुधवार को सात जिलों के 24 विधानसभा क्षेत्रों में 219 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए मतदान होना है। विस्थापित कश्मीरी पंडित दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों के 16 निर्वाचन क्षेत्रों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। अधिकारियों ने कहा है कि सुरक्षा बलों और चुनाव दलों को उनके संबंधित केंद्रों पर तैनात किया जा रहा है। 

पहले चरण के चुनाव में कश्मीरी पंडित समुदाय के छह उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। संजय सराफ लोक जन शक्ति पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अनंतनाग सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं बीजेपी के वीर सराफ, अपनी पार्टी के एम के योगी और दिलीप पंडिता, एक निर्दलीय, शांगस-अनंतनाग सीट से मैदान में हैं। रोजी रैना और अरुण रैना रिपब्लिक पार्टी ऑफ इंडिया और एनसीपी के उम्मीदवार के रूप में राजपोरा और पुलवामा सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। करीब 23.27 लाख मतदाता, जिनमें 5.66 लाख युवा मतदाता हैं, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती (37) सहित कई नेताओं के भाग्य का फैसला करेंगे।

24 विशेष मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे कश्मीरी पंडित

राहत एवं पुनर्वास कमिश्नर डॉ. अरविंद कारवानी ने पीटीआई को बताया, "कल पहले चरण के चुनाव के लिए जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में स्थापित 24 विशेष मतदान केंद्रों पर 35,500 कश्मीरी प्रवासी मतदाता वोट डालने के लिए योग्य हैं।" चुनाव प्रक्रिया की निगरानी कर रहे डॉ. कारवानी ने कहा कि जम्मू में 19 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए 34,852 ऐसे मतदाता पंजीकृत हैं। इसी तरह, उधमपुर और दिल्ली में 648 ऐसे कश्मीरी प्रवासी मतदाता पंजीकृत हैं, जो उधमपुर में एक मतदान केंद्र और दिल्ली में चार ऐसे मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे। हालांकि कश्मीरी पंडितों की अधिकांश आबादी दिल्ली में रहती है लेकिन चुनाव के लिए सिर्फ 600 लोगों ने पंजीकरण कराया है।

दिल्ली में चार मतदान केंद्र

कमिश्नर ने कहा, "बुधवार को होने वाले स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं।" उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और बुजुर्गों, महिलाओं और विकलांग मतदाताओं के लिए व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से मतदान करने का विकल्प चुनने वाले कश्मीरी प्रवासी मतदाताओं को 24 मतदान केंद्रों तक पहुंचना होगा जिनमें जम्मू में 19, उधमपुर में एक और दिल्ली में चार मतदान केंद्र शामिल हैं।"

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