अंतरिक्ष में भारत का एक और कारनामा, पहले रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट का सफल लॉन्च
- स्पेस जोन इंडिया के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद मेगालिंगम ने कहा, ‘यह 3.5 मीटर ऊंचा रॉकेट है। इसे लगभग 7.25 बजे प्रक्षेपित किया गया। पहले इसके प्रक्षेपण के लिए 7 बजे का समय निर्धारित था।’
तमिलनाडु स्थित स्टार्टअप स्पेस जोन इंडिया ने शनिवार को अपना पहला रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट मिशन RHUMI-1 सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस पर ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन को लेकर शोध करने के लिए मोबाइल प्लेटफॉर्म लगाया गया है। स्पेस जोन इंडिया पिछले 2 बरसों से मिशन आरएचयूएमआई के तहत विभिन्न प्रोजेक्ट्स को ऑपरेट कर रहा है। चेन्नई के पास ईस्ट कोस्ट रोड पर इसे तिरुविदंतई में सुबह-सुबह प्रक्षेपित किया गया। आरएचयूएमआई रॉकेट एक जेनेरिक-ईंधन-आधारित हाइब्रिड मोटर युक्त है। इसमें विद्युत चालित पैराशूट का इस्तेमाल किया गया है।
स्पेस जोन इंडिया के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद मेगालिंगम ने कहा, ‘यह 3.5 मीटर ऊंचा रॉकेट है। इसे लगभग 7.25 बजे प्रक्षेपित किया गया। पहले इसके प्रक्षेपण के लिए 7 बजे का समय निर्धारित था।’ उन्होंने बताया कि यह एक साउंडिंग रॉकेट से कहीं अधिक है। यह लगभग 35 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ा और अभी मेरी टीम योजना के अनुसार इसे वापस लेने के लिए वहां मौजूद है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह दोबारा इस्तेमाल होने वाला रॉकेट है।
बेटे के नाम पर हुआ इसका नामकरण
आनंद मेगालिंगम ने तट के पास मोबाइल लॉन्च पैड से प्रक्षेपण के बारे में बताया, ‘नवासी डिग्री झुकाव की तुलना में हमने भारी हवा और झोंकों के कारण रॉकेट को 70 डिग्री झुकाव के साथ प्रक्षेपित किया था।’ मिशन आरएचयूएमआई को हाइब्रिड रॉकेट की दुनिया का पहला सचल प्रक्षेपण बताया गया है। आनंद मेगालिंगम ने बताया कि आरएचयूएमआई का नाम उनके बेटे रूमिथरन के नाम पर रखा गया है। भविष्य के लिहाज से इस प्रोजेक्ट को काफी अहम माना जा रहा है।