इजरायल और ईरान में तनाव के बीच 'शांतिदूत' बना भारत, SCO के बयान से भी बनाई दूरी
इजरायल और ईरान के बीच तनाव पर अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए भारत ने कहा है कि वह एससीओ के निंदा प्रस्ताव वाली चर्चा में हिस्सा नहीं लेगा। भारत बातचीत के जरिए शांति बहाली की वकालत करता है।

शंघाई सहयोग संगठन ने ईरान पर इजरायली हमले की निंदा की है। भारत ने इजरायल और ईरान के बीच बढ़े हुए तनाव को लेकर अपनी स्थिति साफ की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने बातचीत के जरिए तनाव को कम करने का आह्वान किया है। इसके अलावा एससीओ के बयान पर होने वाली चर्चा में भारत भाग नहीं लेगा।
विदेश मंत्रालय ने कहा, इजरायल और ईरान के बीच चनाव को लेकर भारत का स्टैंड पहले जैसा ही है। भारत चाहता है कि बाचतीत के जरिए दोनों देशों में तनाव हो। इस काम में अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी दोनों देशों की मदद करे। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को ईरान और इजरायल दोनों ही देशों के विदेश मंत्रियों से बात की थी। विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर अलग-अलग पोस्ट में ईरान और इजरायल के विदेश मंत्रियों से फोन पर अपनी बातचीत की जानकारी दी थी। उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री को खुद फोन किया था जबकि इजरायल की विदेश मंत्री ने अपनी ओर से फोन करके उनसे बातचीत की ।
जयशंकर ने एक पर एक संक्षिप्त पोस्ट में कहा,“ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरागची से आज शाम ताजा स्थिति पर बातचीत की।” उन्होंने इससे कुछ समय पहले एक पोस्ट में कहा कि इस समय घटित हो रही घटनाओं के बारे में उन्हें इजरायल के विदेश मंत्री गिडियोन सार का फोन आया था। विदेश मंत्री ने दोनों ही समकक्षों से कहा था कि वे ऐसा कोई कदम ना उठाएं जिससे की तनाव बढ़े। उन्होंने बातचीत के रास्ते पर आने की अपील की थी।
एससीओ के सदस्य देशों को भी भारत के स्टैंड की जानकारी दे दी गई है। एससीओ के निंदा प्रस्ताव पर होने वाली चर्चा में भाग लेने से भारत ने इनकार कर दिया है। बता दें कि भारत दोनों ही देशों के संपर्क में है और शांति बहाली को लेकर सक्रिय भूमिका निभा रहा है। भारत ने दोनों ही पक्षों से शांति की अपील की है।
बता दें कि पश्चिमी एशिया ना सिर्फ व्यापारिक दृष्टि से बल्कि मानवीय दृ्ष्टि से भी भारत के लिए अहम है। पश्चिमी एशिया में भारत के करीब 4.60 कामकाजी लोग रहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि उनके पास इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का फोन आया था। भारत ने स्पष्ट किया है कि वह कोई भी उथल-पुथल नहीं चाहता है। जल्द से जल्द स्थिति सामान्य होनी चाहिए।
ईरान में भारतीय दूतावास ने आपातकालीन संपर्क विवरण जारी किया है और यहां भारतीयों को सतर्क रहने, अनावश्यक गतिविधियों से बचने और देश पर इजराइल के हमलों के बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है।
ईरान में भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "दूतावास का आपातकालीन संपर्क विवरण: +98 9128109115; +98 9128109109 है।" दूतावास ने एक अन्य पोस्ट में ईरान में सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक गतिविधियों से बचने, दूतावास के सोशल मीडिया अकाउंट को फॉलो करने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा दी गई सलाह के अनुसार सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है।