अमेरिका और चीन के ट्रेड वॉर ने दी भारत को टेंशन, इन 2 वजहों से बढ़ सकती है परेशानी
- भारत की चिंता है कि चीन समेत ये देश अपने माल के लिए भारत जैसा बाजार तलाशना चाहेंगे। इसके अलावा चीन ने भी जवाबी ऐक्शन में अमेरिका पर 125 पर्सेंट का टैरिफ लगाया है। इससे निपटने के लिए अमेरिका का फोकस भी भारतीय बाजार पर ही बढ़ सकता है। यह स्थिति भारत के घरेलू बाजार के लिए चिंताजनक होगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से छेड़े गए ट्रेड वॉर का असर फिलहाल चीन पर सबसे ज्यादा दिख रहा है। भारत अब तक इसका खास फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन आने वाले दिनों को लेकर सरकार की चिंता जरूर बढ़ गई है। यह चिंता इस बात की है कि अमेरिकी कृषि उत्पादों का आयात भारत में बढ़ सकता है। इसके अलावा चीन, वियतनाम और इंडोनेशिया की फैक्ट्रियों में बने माल का भी भारत में आयात बढ़ने की आशंका है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि अमेरिका ने मोटा टैरिफ लगाया है। ऐसे में चीन समेत ये देश अपने माल के लिए भारत जैसा बाजार तलाशना चाहेंगे। इसके अलावा चीन ने भी जवाबी ऐक्शन में अमेरिका पर 125 पर्सेंट का टैरिफ लगाया है। इससे निपटने के लिए अमेरिका का फोकस भी भारतीय बाजार पर ही बढ़ सकता है। यह स्थिति भारत के घरेलू बाजार के लिए चिंताजनक होगी।
पहले ही भारत की चिंता रही है कि चीन, अमेरिका जैसे देशों से वह व्यापारिक असंतुलन का सामना कर रहा है। अब यदि आयात में और इजाफा हुआ तो असंतुलन बढ़ जाएगा। एक सरकारी अधिकारी ने ऐसी आशंकाएं जाहिर करते हुए कहा, 'एक आकलन किया गया है, जिसमें यह चिंता सामने आई है कि रेसिप्रोकल टैरिफ के चलते छिड़े ट्रेड वॉर का असर भारत पर दिखेगा। अमेरिका, चीन, इंडोनेशिया औऱ वियतनाम जैसे देश भारत में अपना माल बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा अमेरिका भी अपने कृषि उत्पादों के लिए भारतीय बाजार में आक्रामकता से जुट सकता है।' सोयाबीन जैसे उत्पादों का अमेरिका की ओर से बड़े पैमाने पर चीन को आयात होता रहा है।
ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कॉमर्स मिनिस्ट्री ने एक हेल्पडेस्क ही शुरू की है। इसे ग्लोबल टैरिफ ऐंड ट्रेड हेल्पडेस्क नाम दिया गया है। इसके जरिए यह कोशिश की जाएगी कि इंपोर्ट को बढ़ने न दिया जाए और भारतीय उद्योगों एवं उत्पादों की स्थिति मजबूत बनी रहे। इसी महीने की शुरुआत में मंत्रालय ने एक मीटिंग भी की थी, जिसमें मंथन हुआ कि ट्रेड वॉर के कारण कैसे इंपोर्ट बढ़ सकता है। भारत के लिए यह इसलिए भी चिंता की बात है कि जब अमेरिका और चीन जैसे देश व्यापारिक असंतुलन दूर करने के लिए टैरिफ लगाने की बात कर रहे हैं, तब भारत में यह बढ़ सकता है। वाणिज्य मंत्रालय के सचिव सुनील बड़थ्वाल ने कहा कि हम ऐसे देशों पर नजर बनाए हुए हैं, जो भारत में आयात बढ़ाने की कोशिश कर सकते हैं। कुछ खास उत्पादों पर भी हमारी नजर है।