अमेरिका में फिर से मंदिर पर हमला, वापस जाओ के नारे लिखे; बढ़ रहा हिंदूमीसिया
- यह घटना कैलिफॉर्निया के सैक्रामेंटो की है। इससे पहले न्यूयॉर्क में भी स्वामी नारायण मंदिर में ही ऐसी घटना हुई थी। इस तरह अमेरिका में हिंदूमीसिया बढ़ रहा है। हिंदूमीसिया अंग्रेजी का शब्द है, जिसका इस्तेमाल हिंदुओं से नफरत को परिभाषित करने के लिए किया जाता है। इसे हिंदूफोबिया भी कह सकते हैं।
अमेरिका के कैलिफॉर्निया में हिंदू धर्म के आराधना स्थल पर हमला हुआ है। बीते 10 दिनों में यह दूसरा मौका है, जब इस तरह हिंदू धर्मस्थल पर अटैक किया गया है। यही नहीं इस दौरान स्वामीनारायण मंदिर में हिंदू विरोधी नारे भी लिखे गए। उपद्रवियों ने 'हिंदुओं वापस जाओ' लिख दिया। यह घटना कैलिफॉर्निया के सैक्रामेंटो की है। इससे पहले न्यूयॉर्क में भी स्वामी नारायण मंदिर में ही ऐसी घटना हुई थी। इस तरह अमेरिका में हिंदूमीसिया बढ़ रहा है। हिंदूमीसिया अंग्रेजी का शब्द है, जिसका इस्तेमाल हिंदुओं से नफरत को परिभाषित करने के लिए किया जाता है। इसे हिंदूफोबिया भी कह सकते हैं।
हालांकि दोनों के बीच अंतर यह है कि हिंदूफोबिया का अर्थ उनसे डर या दूरी बनाने जैसा विचार है। वहीं हिंदूमीसिया का अर्थ उनसे नफरत करना है। इस हमले की जानकारी स्वामी नारायण मंदिर की ओर से एक्स पर दी गई है। मंदिर की ओर से लिखा गया, 'न्यूयॉर्क में स्वामीनारायण मंदिर पर हमले के बाद यह 10 दिन के अंदर ही दूसरा मौका है। जब कैलिफॉर्निया के सैक्रामेंटो में स्वामीनारायण मंदिर पर हमला हुआ है। इस दौरान हिंदुओं वापस जाओ के नारे लिख दिए गए। हम इस नफरत के खिलाफ एकजुट हैं और शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।'
सैक्रामेंटो के स्थानीय निकाय ने भी इस हमले की पुष्टि की है। प्रशासन का कहना है कि न सिर्फ मंदिर से तोड़फोड़ की गई है बल्कि वहां की पाइप लाइन को भी उपद्रवियों ने काट दिया। इस तोड़फोड़ के बाद बड़ी संख्या में मंदिर में लोग पूजा के लिए पहुंचे। इन लोगों में स्थानीय निकाय के अधिकारी और कैलिफॉर्निया की स्टेट असेंबली के सदस्य स्टेफन गुयेन भी शामिल थे। बता दें कि इससे पहले 16 सितंबर को न्यूयॉर्क स्थित मंदिर पर हमला हुआ था। तब भी मंदिर को क्षतिग्रस्त करने की कोशिश हुई थी और भारत विरोधी नारे लिखे गए थे। उस हमले में खालिस्तान का हाथ माना गया था। इस हमले को लेकर भी ऐसा ही संदेह है।
यही नहीं न्यूयॉर्क के मंदिर में तो पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर भी आपत्तिजनक बातें लिखी गई थीं। न्यूयॉर्क स्थित भारत के कैंसुलेट जनरल ने इन घटनाओं की तीखी निंदा की है। अमेरिकी कांग्रेस के भी कई नेताओं ने इन हमलों की निंदा करते हुए इन्हें कायराना और नफरती करार दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में ऐसे हमले चिंता और शर्म की बात हैं। स्वामीनारायण मंदिर का कहना है कि ऐसे हमले बताते हैं कि कैसे हिंदुओं के खिलाफ नफरत भड़काने की कोशिश हो रही है।