बिहार से दिल्ली तक भूकंप के झटके; तिब्बत था केंद्र, 7.1 मापी गई तीव्रता
- भूकंप का केंद्र नेपाल बॉर्डर के पास तिब्बत बताया जा रहा है जहां इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, 7 जनवरी की सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर लोगों ने भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए।
देश के कई हिस्सों में मंगलवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। यूपी, बिहार से लेकर दिल्ली तक लोगों ने धरती में कंपन का अनुभव किया। भूकंप का केंद्र नेपाल बॉर्डर के पास तिब्बत बताया जा रहा है जहां इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, 7 जनवरी की सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र तिब्बत का शीझैंग इलाका रहा। न्यूज एजेंसी एएनआई ने भूकंप के असर को लेकर कुछ वीडियो फुटेज जारी किए हैं। इसके मुताबिक, बिहार के शिवहर में भूकंप के झटके महसूस किए गए। वीडियो में दिख रहा है कि कमरे में लगी झूमर लाइट और पंखे हिल रहे हैं।
नेपाल के लोबुचे से 93 किमी उत्तर पूर्व में रिक्टर स्केल पर 7.1 की तीव्रता वाला भूकंप आया। वीडियो क्लिप में दिख रहा है कि लोगों के बीच अफरातफरी मची है और वे अपने घरों से बाहर निकल आए हैं। पेड़ और आसपास की वस्तुएं हिलती नजर आ रही हैं। मालूम हो कि महाराष्ट्र के पालघर जिले में सोमवार सुबह 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था। अधिकारियों ने बताया कि किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने कहा कि भूकंप तड़के 4 बजकर 35 मिनट पर डहाणू तालुका में आया। उन्होंने बताया कि तालुका के बोर्डी, दापचरी और तलासरी इलाकों के लोगों ने सुबह-सुबह भूकंप के झटके महसूस किए।
2 जनवरी को नेपाल में 4.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके राजधानी काठमांडू और पड़ोसी जिलों में महसूस किए गए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान अनुसंधान केंद्र के अनुसार, भूकंप दोपहर 1.02 बजे आया जिसकी तीव्रता 4.8 दर्ज की गई। इसका केंद्र काठमांडू से 70 किलोमीटर उत्तर में सिंधुपालचौक जिले में स्थित था। काठमांडू और पड़ोसी जिलों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। हालांकि, भूकंप से किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं मिली। एनएसआरसी के रिकॉर्ड के अनुसार, नेपाल में तीन तीव्रता से अधिक का यह 9वां भूकंप था, जिनमें से आठ पिछले 20 दिनों में पश्चिमी नेपाल में आए।
भूकंप से बचाव के उपाय -
1. अगर आप घर के अंदर हों तो जमीन पर झुक जाएं और किसी मजबूत वस्तु को पकड़कर बैठे रहें।
2. आपको अपने चेहरे और सिर को अपने बाजुओं से ढक लेना चाहिए।
3. अगर आप घर में हों तो खिड़कियों, दरवाजों और दीवारों से दूर रहें।
4. भूकंप के समय पलंग पर हों तो वहीं रहें मगर अपने सिर पर तकिए को ढक लीजिए।
5. अगर आप घर से बाहर हों तो बिल्डिंग, पेड़ों, स्ट्रीट लाइटों और बिजली आदि के तारों से दूर रहें।
6. किसी खुली जगह पर हों तो वहां तब तक रुके रहें जब तक कि भूकंप के झटके थम न जाएं।
7. भूकंप आने पर सुरक्षित जगह अपनी गाड़ी रोकें और उसी में रहें, लेकिन बिल्डिंग या पेड़ों से दूरी हो।