जनगणना वाले आएंगे तो पूछेंगे ये 30 सवाल, तैयार रखें जवाब; कब तक आएगा डेटा
- जनगणना में संप्रदाय भी इस बार पूछा जाएगा। कबीरपंथी, रविदासी, दलित बौद्ध समेत देश के अलग-अलग राज्यों में कई संप्रदाय हैं। ऐसे में संप्रदाय भी राजनीति का एक बड़ा आधार हो सकता है। इस तरह कुल 30 सवाल जनगणना में पूछे जाएंगे। इससे पहले 2011 में 29 सवाल पूछे गए थे।
भारत सरकार ने जनगणना कराने की पूरी तैयारी कर ली है। अगले साल से जनगणना शुरू होगी और यह प्रक्रिया एक साल में पूरी होगी। 2026 में ही इस जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए जाएंगे। यह जनगणना 2021 में ही शुरू होनी थी, लेकिन कोरोना के चलते इसे टाल दिया गया। फिर लोकसभा चुनाव आए तो थोड़ी और देरी हो गई। अब इस पर सरकार ने आगे बढ़ने की कोशिश तेज कर दी है। यह जनगणना बेहद अहम है क्योंकि इसके आधार पर ही लोकसभा और विधानसभा की सीटों का परिसीमन होगा। बीते 50 सालों से लोकसभा सीटों का परिमीमन रुका हुआ है। 2029 में सीटें बढ़ेंगी और महिला आरक्षण भी लागू होना है।
फिलहाल जाति जनगणना को लेकर चुप्पी है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सर्वे में लोगों से उनके संप्रदाय के बारे में पूछा जाएगा। माना जा रहा है कि इसके पीछे भी एक बड़ी तैयारी है कि संप्रदाय के आधार पर देश के लोगों की संख्या को जाना जाए। इससे तमाम योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी और राजनीतिक लिहाज से भी लोगों को लुभाने में फायदा होगा। यही वजह है कि संप्रदाय भी इस बार पूछा जाएगा। कबीरपंथी, रविदासी, दलित बौद्ध समेत देश के अलग-अलग राज्यों में कई संप्रदाय हैं। ऐसे में संप्रदाय भी राजनीति का एक बड़ा आधार हो सकता है। इस तरह कुल 30 सवाल जनगणना में पूछे जाएंगे। इससे पहले 2011 में 29 सवाल पूछे गए थे।