SC के हितैषी हैं तो कुमारी शैलजा को बनाएं CM चेहरा, हरियाणा BJP की कांग्रेस को खुली चुनौती
- बीजेपी ने कांग्रेस को चुनौती दी है कि वह हरियाणा में कुमारी शैलजा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित बनाकर साबित करें कि उन्हें अनुसूचित जाति का समर्थन प्राप्त है।
विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा में राजनीति गर्म हो गई है। इस बीच बीजेपी ने बुधवार को कांग्रेस को चुनौती दी है कि वह चुनाव के लिए कुमारी शैलजा को अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करें। बीजेपी ने कहा है कि कांग्रेस यह साबित करें कि वह अनुसूचित जाति के बारे में सचमुच सोचती है। प्रदेश बीजेपी ने यह भी कहा है कि वह ओबीसी वर्ग से आने वाले नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना रही है। हरियाणा बीजेपी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "बीजेपी ने पहले ही पिछड़े वर्ग से मुख्यमंत्री घोषित कर दिया है। राहुल गांधी दावा करते हैं कि उन्हें अनुसूचित जाति समुदाय का पुरजोर समर्थन प्राप्त है। कांग्रेस को हरियाणा से शैलजा जी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना चाहिए ताकि पता चल सके कि वे एससी समुदाय के कितने हितैषी हैं।"
गौरतलब है कि सिरसा से लोकसभा सांसद शैलजा कांग्रेस का प्रमुख दलित चेहरा हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जिन्हें शैलजा का धुर-विरोधी माना जाता है ने हाल ही में कहा था कि वह "न तो थके हैं, न ही रिटायर हुए हैं।" हालांकि उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनाव में बहुमत मिलने के बाद कांग्रेस आलाकमान इस पर फैसला लेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा। सिरसा से लोकसभा चुनाव जीतने के महीनों बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री शैलजा ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा भी जताई थी और कहा था कि वह राज्य में काम करना चाहती हैं लेकिन इस मामले पर अंतिम फैसला आलाकमान लेगा।
बीजेपी को अपनी चिंता करनी चाहिए- कांग्रेस
इस बीच बीजेपी के एक्स पर पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान ने कहा है कि बीजेपी को अपनी चिंता करनी चाहिए क्योंकि राज्य में उसकी सरकार जाने वाली है। मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चयन के बारे में बात करते हुए भान ने कहा कि कांग्रेस विधायक और पार्टी चुनाव परिणाम आने के बाद ही इस पर फैसला लेगी कि मुख्यमंत्री कौन होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी ने इससे पहले पंजाब और महाराष्ट्र समेत चार राज्यों में दलित समुदाय के नेताओं को मुख्यमंत्री बनाया है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीका राम जूली दलित समुदाय से आते हैं।
1 अक्टूबर की चुनावी तारीख बढ़ सकती है आगे
उदय भान ने आगे कहा, "एक बात तो साफ है बीजेपी ने मान लिया है कि हरियाणा में कांग्रेस सत्ता में आ रही है इसलिए वे 1 अक्टूबर को मतदान की तिथि के आसपास कई छुट्टियों का बहाना बना रहे हैं और चुनाव आयोग को चुनाव कुछ दिन टालने के लिए लिख रहे हैं। हम कह रहे हैं कि अगर 1 अक्टूबर से पहले भी मतदान होता है तो हमें कोई आपत्ति नहीं है और हम इसके लिए तैयार हैं।" बीजेपी ने पिछले सप्ताह चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर एक अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों को कुछ समय के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया था। पार्टी ने चुनाव तिथि से पहले और बाद में छुट्टियों का हवाला देते हुए कहा था कि इससे मतदान प्रतिशत कम हो सकता है।